Illegal Mining In Ramnagar : रामनगर में क्षेत्र में नदी के साथ जंगल भी खोद रहे खनन माफिया
Illegal Mining In Ramnagar रामनगर में क्षेत्र में अवैध खनन का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। खनन माफिया अब जंगल तक पहुंच गए हैं। गुरुवार रात करीब 12 बजे वन विभाग की टीम ने कालूसिद्ध के आरक्षित जंगल में छापामारी कर अवैध खनन करता डोजर पकड़ लिया।
जागरण संवाददाता, रामनगर : Illegal Mining In Ramnagar : रामनगर में क्षेत्र में अवैध खनन का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। सत्ता की आड़ में खनन माफिया अब जंगल तक पहुंच गए हैं। गुरुवार रात करीब 12 बजे वन विभाग की टीम ने कालूसिद्ध के आरक्षित जंगल में छापामारी कर अवैध खनन करता डोजर पकड़ लिया। इस बीच दो डंपर चालक मय वाहन मौके से फरार हो गए।
तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत नदियों में अवैध खनन करने वाले खनन माफिया ने अब जंगल खोदना शुरू कर दिया है। पिछले कई दिन से रात में डोजर से बेरोकटोक जंगल खोदकर उपखनिज बेचा जा रहा है। सत्ता की आड़ में जंगल खोदने वाले माफिया ग्रामीण इलाके के हैं।
गुरुवार रात में डीएफओ बीएस शाही को मुखबिर द्वारा आरक्षित वन क्षेत्र में अवैध खनन की सूचना मिली। डीएफओ के निर्देश पर विभागीय टीम के मौके पर पहुंचने से पहले दो डंपर वहां से फरार हो गए। टीम मौके पर अवैध खनन होता देख दंग रह गई। इस बीच डोजर चालक भी फरार हो गया। इसके बाद दूसरे चालक की मदद से डोजर को वन विभाग की टीम अपने साथ लाई।
डोजर पकड़े जाने के बाद जंगल खोद रहे खनन माफिया में हड़कंप मच गया। नेताओं के फोन डोजर छुड़ाने के लिए वनाधिकारियों पर घनघनाने लगे। डीएफओ शाही ने बताया कि डोजर को जब्त कर लिया है। उसके कागज आने पर उसके मालिक का पता लग पाएगा। फिलहाल उसे सीज करने की कार्रवाई की जा रही है।
जंगल में अवैध खनन से होने वाले नुकसान
- छोटे पौधे खत्म हो जाते हैं।
- ईको सिस्टम खत्म होता है।
- अवैध खनन के शोर से वन्य जीव डिस्टर्ब होते हैं।
- वन्य जीवों के व्यवहार में परिवर्तन आने पर करते हैं आबादी का रुख।
- गड्ढे होने पर वन्य जीवों के गिरने का खतरा
- जमीन में पानी का स्तर कम हो जाता है।
कालूसिद्ध गांव में भी खोद रहे थे खेत
बीते दिनों कालूसिद्ध गांव में एक खेत में अवैध खनन की शिकायत भी वन विभाग को मिली थी। यहां भी एक नेता का नाम सामने आ रहा था। राजस्व क्षेत्र होने की वजह से उसमें कार्रवाई नहीं की गई। इस बीच एसडीएम व तहसीलदार का तबादला होने की वजह से प्रशासन स्तर से कार्रवाई नहीं हो पाई।