ऊधमसिंह नगर में तीन लिपिकों ने धोखाधड़ी कर निकाले 23 लाख से अधिक का वेतन, जांच शुरू
निबंधक ने कुमाऊं सहकारी समिति के उपनिबंधक नीरज बेलवाल की अगुवाई में चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी थी। जांच में पाया गया कि सहयोगी व लिपिक विजय कुमार शर्मा ने जनवरी 2004 से जुलाई 2021 तक के दौरान 15 लाख छह हजार 670 रुपये अधिक निकाल लिया था।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : कुछ कर्मचारी ऐसे कारनामे करते हैं कि उन्हें कार्रवाई का जरा भी भय नहीं रहता है। बहुउद्देशीय साधन सहकारी समिति गूलरभोज के तीन कर्मचारियों ने 23 लाख से अधिक भत्ता व सैलरी निकाल ली। इस पर समिति व सहकारिता विभाग के अधिकारियों की नजर नहीं पड़ी। तीनों कर्मचारी सहयोगी व लिपिक पद पर तैनात हैं। जांच में इन कर्मचारियों के कारनामे का पर्दाफाश हुआ। इन्हें 15 दिन में साक्ष्यों के साथ जवाब देने को कहा गया है।
इसी तरह इसी पद पर तैनात गोदावरी देउपा ने निर्धारित सैलरी से सात लाख 23 हजार 92 रुपये और इसी पद पर तैनात तुलसी ङ्क्षसह ने दो लाख 43 हजार 177 रुपये अधिक सैलरी व भत्ता निकाल लिए। जांच कमेटी ने इन तीनों कर्मचारियों को चार सितंबर को पत्र भेजकर 15 दिन में जवाब देने को कहा है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर अधिक लिया गया वेतन की रिकवरी की जाएगी। अधिक सैलरी लेने का मामला उजागर हुआ तो समिति व सहकारिता विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मचा है। विभागीय अधिकारियों में चर्चा थी कि वर्ष, 2004 से जुलाई, 2021 तक अधिक वेतन निकाला जाता रहा, मगर किसी अधिकारी व कर्मचारी की निगाह इस पर नहीं पड़ी।