प्रत्येक शिक्षक को आइटी की समझ होनी जरूरी : यूओयू कुलपति
अब ऑनलाइन शिक्षा का महत्व भी बढ़ गया है। ऐसे में प्रत्येक शिक्षक को आइटी (सूचना प्रौद्योगिकी) की समझ होनी जरूरी है। आइटी ने दूरस्थ शिक्षा को सरल बना दिया है। यह बात उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (यूओयू) के कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी ने शुक्रवार को इंडक्शन कार्यक्रम में कही।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : दूरस्थ शिक्षा के साथ अब ऑनलाइन शिक्षा का महत्व भी बढ़ गया है। ऐसे में प्रत्येक शिक्षक को आइटी (सूचना प्रौद्योगिकी) की समझ होनी जरूरी है। आइटी ने दूरस्थ शिक्षा को सरल बना दिया है। यह बात उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (यूओयू) के कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी ने शुक्रवार को इंडक्शन कार्यक्रम में कही।
तीनपानी स्थित यूओयू के मुख्यालय में नवनियुक्त एसोसिएट, असिस्टेंट प्रोफेसर और प्रोफेसरों के लिए शुक्रवार से एक माह का इंडक्शन कार्यक्रम शुरू हो गया है। कार्यक्रम यूओयू के सेंटर फॉर इंटरनल क्वालिटी एस्योरेंस (सीका) व अकादमिक निदेशालय ने आयोजित किया है। सीका और अकादमिक निदेशालय के निदेशक प्रो. आरसी मिश्र ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताई। मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नागेश्वर राव ने कहा कि 25 नए प्राध्यापक मिलने से यूओयू की प्रगति में तेजी आएगी। संचालन डा. सुमित प्रसाद और डा. गगन सिंह ने किया।
तकनीकी सत्र में कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी ने प्रतिभागियों को ओडीएल की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, महत्व, उद्देश्य, लाभ की जानकारी दी। कार्यक्रम में वीडियो रिर्काडिंग, वीडियो एडिटिंग की भी जानकारी दी गई। इस मौके पर प्रो. एचपी शुक्ल, प्रो. गिरिजा पांडेय, प्रो. दुर्गेश पंत, प्रो. पीडी पंत, कुलसचिव प्रो. एचएस नयाल, वित्त नियंत्रक रुचिता तिवारी आदि मौजूद रहे।
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