रानीखेत सेना भर्ती रैली के लिए कोरोना जांच रिपोर्ट को जुटी भीड़ बेकाबू, मची भगदड़
खुली भर्ती रैली में हिस्सा लेने के लिए कोरोना जांच की रिपोर्ट अनिवार्य है। इसी के मद्देनजर कोरोना की जांच रिपोर्ट लेने के लिए सीएचसी में जुटी नौजवानों की भीड़ अचानक बेकाबू हो गई। भगदड़ के बीच काउंटर का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया।
जागरण संवाददाता, द्वाराहाट (अल्मोड़ा) : भारतीय सेना की खुली भर्ती रैली के मद्देनजर कोरोना की जांच रिपोर्ट लेने के लिए सीएचसी में जुटी नौजवानों की भीड़ अचानक बेकाबू हो गई। भगदड़ के बीच काउंटर का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। अफरा-तफरी बढऩे पर पुलिस के पहरे में थर्मल सक्रीनिंग के बाद युवाओं को 'फिट टू रनÓ प्रमाणपत्र जारी किए जा सके। दो दिन पूर्व जिला मुख्यालय स्थित कोविड-19 हास्पिटल बेस चिकित्सालय के बाद अब सीएचसी के अव्यवस्था के हवाले रहने से तंत्र पर सवाल उठ रहे हैं।
केआरसी मुख्यालय रानीखेत में चल रही भर्ती रैली में गुरुवार को चौखुटिया व 26 फरवरी को द्वाराहाट तहसील के नौजवानों की भी बारी है। इसमें हिस्सा लेने के लिए कोरोना जांच की रिपोर्ट अनिवार्य है। बुधवार को क्षेत्र के साथ ही चौखुटिया तहसील के करीब ढाई सौ नौजवान सुबह ही टेस्ट के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए। वहां रैपिड टेस्ट की 130 किट ही उपलब्ध थीं। ऐसे में अफरा-तफरी शुरू हो गई। भीड़ के बेकाबू होने पर सीएचसी के काउंटर का शीशा टूट गया। शांति व्यवस्था के लिए थाने से पुलिस बुलवाई गई। मामला शांत होने पर जांच प्रक्रिया शुरू हुई। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. तपन शर्मा ने कहा कि स्क्रीनिंग व अन्य जांच के के बाद 250 नौजवानों को 'फिट टू रनÓ प्रमाणपत्र मुहैया कराए गए। जांच को पहुंचे सभी युवा चुस्त दुरुस्त पाए गए।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें