Human wildlife struggle in ramnagar : रामनगर में दस साल में 24 लोगों को बाघों ने मार डाला, सौ से अधिक को किया घायल
Human wildlife struggle in ramnagar भले ही वन विभाग मानव वन्य जीव संघर्ष रोकने के लाख दावे करे। लेकिन जमीन पर हकीकत विपरीत है। विभागीय दावे केवल कागजों तक ही सीमित है। दस साल में अब तक 24 लोग बाघ के हमले में मारे जा चुके हैं।
रामनगर, त्रिलोक रावत : Human wildlife struggle in ramnagar भले ही वन विभाग मानव वन्य जीव संघर्ष रोकने के लाख दावे करे। लेकिन जमीन पर हकीकत विपरीत है। विभागीय दावे केवल कागजों तक ही सीमित है। दस साल के आंकड़ों पर गौर करें तो अब तक 24 लोग बाघ के हमले में मारे जा चुके हैं। जबकि सौ से अधिक लोग घायल हुए हैं।
कार्बेट, तराई पश्चिमी व रामनगर वन प्रभाग से सटे गांव के लोग वन्य जीवों की आवाजाही से परेशान है। ग्रामीण फसल व मवेशी क्षति से परेशान तो है हीं साथ ही मानवीय क्षति भी हो रही है। बीते रविवार को कानिया गांव में खेत में हाथी आ गया था। फसल को बचाने के लिए लगाई गई बिजली के तार में झुलसने से उसकी मौत हो गई। इसके अलावा दो माह पूर्व भी हाथी गांव में आकर ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गया था।
हाथी ने एक ग्रामीण की चाहरदीवारी ध्वस्त कर डाली थी। मानव वन्य जीव संघर्ष रोकने के लिए विभाग बड़े- बड़े दावे करता है। लेकिन हकीकत उसके विपरीत है। ब्लाक प्रमुख संजय नेगी का कहना है कि जिस तरह से हिंसक वन्य जीव बाघ, गुलदार व हाथी आबादी के नजदीक डेरा जमा रहे हैं। उससे भविष्य में मानव वन्य जीव संघर्ष के परिणाम और भी भयावह हो सकते हैं।
अब तक बाघ से मारे गए लोग
चार फरवरी 2009 भगवती देवी
छह फरवरी 2010 कांति देवी
12 नवंबर 2010 नंदी देवी
18 नवंबर 2010 कल्पना महरा
29 नवंबर 2010 रेवती देवी
11 जनवरी 2011 शांति देवी
27 जनवरी 2011 पूरन चंद्र
20 जनवरी 2013 राकेश कुमार
14 जनवरी 2014 हरनंदी
नौ फरवरी 2014 रामचरण सिंह
25 मार्च 2014 कृपाल
28 फरवरी 2016 ममता
छह सितंबर 2016 गोविंदी देवी
17 सितंबर 2016 परमजीत
22 मार्च 2016 कृष्णपाल सिंह
08 अपै्रल 2016 हरी राम
03 नवंबर 2018 पंकज
17 मार्च 2017 भगवती देवी
17 मार्च 2017 लखपत सिंह
20 सितंबर 2018 वीरेंद्र सिंह
15 जुलाई 2019 सोहन सिंह
13 अगस्त 2019 बिशन राम
20 सितंबर 2019 राजेश नेगी
11 फरवरी 2021 कमला देवी
हमले के बाद सहमी रहीं महिलाएं
बाघिन के हमले के बाद साथ गई महिलाएं काफी देर तक मौत का मंजर देखकर सहमी रही। महिलाओं के मुताबिक अचानक बाघिन ने कमला देवी पर हमला कर दिया। महिला ने चीख पुकार मचाई। बाघिन जब उसे घसीटकर ले जाने लगी। तब वह बाघिन के जबड़े से छूटने के लिए छटपटाती रही, लेकिन उसका यह प्रयास बाघिन की मजबूत पकड़ के आगे असफल रहा। कार्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी जोन बाघिन जून से अब तक आठ लोगों पर पर हमला कर चुकी है। चार घटनाओं में वनकर्मियों पर भी बाघिन झपट चुकी है।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें