Uttarakhand Lockdown Update : आवारा कुत्ते खाएंगे अंडा और ब्रेड, गाय के लिए हरे चारे की व्यवस्था
लॉकडाउन के चलते आवारा जानवरों के खाने की समस्या विकराल होती जा रही है। शहरी क्षेत्र के आवारा कुत्ते सबसे ज्यादा परेशानी की हालत में हैं।
रुद्रपुर, जेएनएन : लॉकडाउन के चलते आवारा जानवरों के खाने की समस्या विकराल होती जा रही है। शहरी क्षेत्र के आवारा कुत्ते सबसे ज्यादा परेशानी की हालत में हैं। पशु चिकित्सा विभाग व जिला प्रशासन अावारा कुत्तोें को खाने में उबले अंडे और ब्रेड परोसने की तैयारी में है। जबकि आवारा गायों के लिए हरे चारे की व्यवस्था की गई है। पशुओं को परेशानी से बचाने के लिए डीएम ने ब्लॉकवार कमेटी का भी गठन किया है।
ऊधमसिंहनगर जिले मे कुत्तों की संख्या करीब 22 हजार है। जबकि नगर निगम क्षेत्र में यह संख्या करीब 1500 की है। वहीं नैनीताल में 1120 आवारा कुत्ते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में तो कुत्तों को कुछ खाने को मिल भी जा रहा है, लेकिन शहरी क्षेत्र में आवारा जानवरों की परेशानी बढ़ गई है। रुद्रपुर नगर निगम की पशु चिकित्सक डॉ. श्वेता यादव ने बताया कि आवारा कुत्तों व गायों के लिए खाने की व्यवस्था की जा रही है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ऊधमसिंहनगर जीएस धामी ने बताया कि निराश्रित कुत्तों की संख्या करीब ढाई हजार है। जिनके खाने की व्यवस्था के लिए डीएम नीरज खैरवाल के साथ बैठक की गई है। लॉक डाउन के चलते ज्यादातर दुकानें बंद हैं। ऐसे में निराश्रित कुत्तों को अंडा और ब्रेड परोसने की व्यस्था की जा रही है। जिसमें पशु प्रेमियों की भी मदद ली जाएगी। इस तरह करीब 30 हजार का खर्च खाने में आएगा।
पशु चिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में बनी कमेटी
सीवीओ ने बताया कि आवारा गायों के खाने की व्यवस्था की गई है। जिसमें पशु प्रेमी के माध्यम से निश्शुल्क हरे चारे की व्यवस्था की गई है। जिसमें करीब 12 क्विंटल हरे चारे की जरूरत रोज पड़ेगी। सीवीओ जीएस धामी ने बताया कि मछली आहार, दाना, चारा, भूसा आदि सेवाएं आवश्यकीय होने के कारण इसके ट्रांसपोर्ट की अनुमति दी गई है। सभी विकासखंडों में पशु चिकित्सा अधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी भी बनाई गई है। किसी भी तरह की दिक्कत होने पर कमेटी जिला प्रशासन से बात करेगी।
पशुओं के लिए भोजन की जिम्मेदारी पालिका की
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ डीएस भंडारी का कहना है कि आवारा कुत्तों के लिए भोजन इत्यादि की जिम्मेदारी नगरपालिका की है। जिलाधिकारी को ओर से इस संबंध में निर्देश भी जारी किए गए हैं। स्थानीय प्रशासन भी इसकी मॉनिटरिंग कर रहा है। फंड आपदा मद से मिल सकता है। जबकि ईओ अशोक कुमार वर्मा का कहना है कि फिलहाल पालिका जरूरी कार्यों में जुटी है। इस संबंधित में जो निर्देश मिलेंगे , अनुपालन किया जाएगा।
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