डेढ़ माह से गुरुग्राम में फंसे 1925 युवा कुमाऊं लौटे, गौलापार में स्कैनिंग के बाद घरों को रवाना
उत्तराखंड से बाहर फंसे युवाओं की वापसी का सिलसिला जारी है। गुरुवार को ग्रुरुग्राम से लौटे कुमाऊंभर के 1925 युवा हल्द्वानी पहुंचे।
कुमाऊं, जेएनएन : कोरोना महामारी के संकट में लॉकडाउन के चलते देश के दूसरे प्रांतों में फंसे उत्तराखंडी युवाओं की वापसी का सिलसिला जारी है। गुरुवार को ग्रुरुग्राम से आए कुमाऊंभर के 1925 युवा हल्द्वानी पहुंचे। उत्तराखंड परिवहन निगम ने यात्रियों को लाने के लिए 46 बसें लगाई थी। इसमें 527 चम्पावत व 1398 अल्मोड़ा जिले के रहने वाले हैं। गौलापार स्टेडियम में यात्रियों की स्कैनिंग और मेडिकल परीक्षण किया गया। भोजन के बाद इन्हें अल्मोड़ा, चम्पावत जिलों के लिए रवाना कर दिया। वापस लौटे युवाओं को 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहना होगा। डेढ़ माह की मुश्किल झेलकर वापस लौटे युवाओं के चेहरे पर खुशी देखते ही बन रही थी। अभी तक 5669 प्रवासी उत्तराखंड लौट चुके हैं।
गुरुवार रात तक चम्पावत पहुंचेंगे 525 युवा
लॉकडाउन में विभिन्न राज्यों में फंसो लोगों की वापसी शुरू हो गई है। केंद्र सरकार के निर्देश के बाद प्रदेश सरकार ने अन्य राच्यों में फंसे प्रदेश के लोगों की घर वापसी करानी शुरू कर दी है। गुरुग्राम से उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें से लौटे चम्पावत जिले के 525 युवा गांव लौट आएंगे। बुधवार को टनकपुर से 21 बसें गुरुग्राम के लिए रवाना हुई थी। टनकपुर के सहायक महाप्रबंधक केएस राणा ने बताया कि सर्वाधिक 175 लोग पूर्णागिरि तहसील के हैं। शेष जिले के अन्य हिस्सों से हैं।
राजस्थान से लौटे 391 युवा पिथौरागढ़ पहुंचे
बाहरी राज्यों से 391 लोग गुरुवार को पिथौरागढ़ पहुंच गए । सभी को होम क्वारंटाइन में भेज दिया गया है। इनमे से अधिकांश लोग राजस्थान से लौटे हैं। कुछ लोग देहरादून, हल्द्वानी और देहरादून से आए है। गुरुवार देर शाम तक गुजरात से भी युवाओं के गांव लौटने की संभावना है।
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