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गर्भावस्था में न होने दें खून की कमी, स्वस्थ पैदा होगा बच्चा

गर्भावस्था के दौरान खून की कमी होना आम समस्या है। इसका दुष्प्रभाव मां पर ही नहीं बल्कि बच्चे के शारीरिक व मानसिक विकास पर भी पड़ता है।

By Edited By: Published: Sun, 22 Apr 2018 07:17 PM (IST)Updated: Mon, 23 Apr 2018 04:59 PM (IST)
गर्भावस्था में न होने दें खून की कमी, स्वस्थ पैदा होगा बच्चा
गर्भावस्था में न होने दें खून की कमी, स्वस्थ पैदा होगा बच्चा
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : गर्भावस्था के दौरान खून की कमी होना आम समस्या है। इसका दुष्प्रभाव मां पर ही नहीं बल्कि बच्चे के शारीरिक व मानसिक विकास पर भी पड़ता है। अगर खून की कमी है तो इसे सामान्य समस्या समझ अनदेखी न करें। पोषणयुक्त भोजन ग्रहण करें और सही स्थिति जानने के लिए नियमित खून की जांच कराएं। समय पर बचाव व उपचार से भविष्य में होने वाले खतरे से बच सकते हैं। यह सलाह विवेकानंद अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. अर्चना ने दी। वह रविवार को दैनिक जागरण के हैलो डॉक्टर कार्यक्रम में कुमाऊं भर के पाठकों के सवालों का जवाब दे रही थीं। ========== खून की कमी के ये हैं बड़े कारण गर्भावस्था में पोषण जरूरी है। पोषणयुक्त भोजन न मिलना खून की कमी का बड़ा कारण है। इस दौरान आयरन, फॉलिक एसिड, विटामिन बी12 की कमी से एनेमिक हो सकता है। कई बार शरीर में रेड सेल्स नहीं बनने, पेट में कीड़े होने, थैलेसीमिया, पेप्टिक अल्सर की वजह भी खूनी की कमी हो सकती है। ========== खून की कमी से ऐसे बचें - हरी सब्जियों का सेवन करें - सलाद का अधिक सेवन करें - प्रोटीनयुक्त भोजन लें - फलों का सेवन करें - कैल्सियम व आयरन की गोली लें - नियमित जांच कराएं ========== एनेमिक होने के ये हैं लक्षण - कमजोरी महसूस होना - घबराहट होना - भूख कम लगना - अचानक स्वाद बदलना - सांस फूलने लगना - शरीर में सूजन आना ========== इन भ्रांतियों से रहें दूर डॉ. अर्चना कहती हैं, कई बार गर्भावस्था के दौरान महिलाएं अल्ट्रासाउंड नहीं कराती हैं। खाने में तमाम तरह के परहेज करने लगती हैं। डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद भी दवाइयां नहीं खाती हैं। जबकि ऐसा करना गलत है। समय पर अल्ट्रासाउंड करना, आयरन व फॉलिक एसिड लेना जरूरी होता है। खून की कमी से कई बार गर्भवती की जान तक जा सकती है। बच्चा मानसिक रूप से कमजोर हो सकता है। गर्भपात का खतरा रहता है। --- इन्होंने लिया परामर्श पायल, सुषमा, गोदावरी हल्द्वानी, महेंद्र अधिकारी लोहाघाट, नीता रुद्रपुर, कंचन रामपुर रोड हल्द्वानी, रियाज किच्छा, शैलेंद्र सिंह पंतनगर, तनुजा बाजपुर, हेमा सिंह अल्मोड़ा, पवन कुमार पिथौरागढ़, गरिमा जोशी बागेश्वर, सुनीता सिंह लालकुआं आदि ने फोन कर सलाह ली।

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