लोहाघाट का पोलप गांव बनेगा मॉडल, पानी की समस्या दूर करने को बनेगी 15 फीट ऊंची झील
अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो चंपावत जिले के लोहाघाट क्षेत्र में नेपाल सीमा से लगा पोलप गांव जल्द मॉडल गांव के रूप में विकसित होता दिखाई देगा। इसके लिए प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है।
चम्पावत, जागरण संवाददाता : अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो चंपावत के लोहाघाट क्षेत्र में नेपाल सीमा से लगा पोलप गांव जल्द मॉडल गांव के रूप में विकसित होता दिखाई देगा। इसके लिए प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है। प्रशासन ने गांव के विकास व बंजर भूमि को आबाद करने के लिए सभी विभाग को अपनी एक-एक योजना रखने के लिए कहा है। वर्तमान में सीडीओ की पहल पर गांव में कई योजनाएं धरातल पर आनी शुरू हो गई हैं। गांव में पानी की समस्या को दूर करने के लिए प्रशासन द्वारा करीब 15 फीट ऊंची झील भी बनाई जाएगी। योजना के तहत ग्रामीणों और स्वयं सहायता समूह के लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा।
सीडीओ राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि सरकार की मंशा है कि एक गांव को मॉडल गांव के रूप में विकसित किया जाए। इसके लिए पोलप गांव का चयन कर इसके विकास की योजनाओं का खाका तैयार किया जा रहा है। पहले चरण गांव में एक ही स्थान पर तीन पॉलीहाउस, एक सिंचाई टैंक, मुर्गी और बकरीबाड़ा, मत्स्य तालाब आदि का निर्माण कर लिया गया है। उसके बाद शीघ्र ही गांव की नदी में करीब 15 फीट ऊंची झील बनाई जाएगी। साथ ही गांव में स्थापित चार स्वयं सहायता समूहों को स्वरोजगार के लिए प्रत्येक सदस्य को 50 चूजे और बकरियां भी दी जाएंगी।
उस झील से आसपास के गांवों में पेयजल आपूर्ति की जाएगी। साथ ही सिंचाई के लिए भी झील मददगार बनेगी। गांव में महिलाओं को आम का आचार व मुरब्बा बनाने के लिए आरसेटी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएग। इस कार्य में सिंचाई, उद्यान, डीआरडीए, जल संस्थान, जल निगम, कृषि समेत तमाम विभाग सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पोलप के बाद दूसरे गांव का चिह्नीकरण किया जाएगा। इससे अन्य गांवों के लोगों को प्रेरणा भी मिलेगी।