हल्द्वानी में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश नाकाम
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : दुकान खरीदने के लिए दी गई टोकन मनी लौटाने को लेकर दो पक्षों के बीच हुए
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : दुकान खरीदने के लिए दी गई टोकन मनी लौटाने को लेकर दो पक्षों के बीच हुए विवाद को सांप्रदायिक रंग देकर शहर को अशांत करने कोशिश प्रशासन व पुलिस की सूझबूझ से नाकाम हो गई। शिवसेना नेता गौरव गुप्ता के भाई सौरभ गुप्ता से मारपीट करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा व ¨हदूवादी संगठनों ने कोतवाली में प्रदर्शन किया। उनके बाजार की ओर रुख करते ही स्थिति तनावपूर्ण होने लगी। मीरा मार्ग पर दोनों पक्षों के आमने-सामने होने से कई बार टकराव की स्थिति बनी। इससे एक बार के लिए व्यापारी डर गए और दोपहर में दुकानें बंद कर दी। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों से नोकझोंक भी हुई। मीरा मार्ग बाजार के अलावा आसपास के इलाकों में पुलिस व पीएसी तैनात कर दी गई है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रमुख महासचिव अब्दुल मतीन सिद्दीकी के बेटे उमेर ने कुछ दिन पहले अशोक अग्रवाल की मीरा मार्ग स्थित सैंकी क्रॉकरी हाउस नाम से खोली गई दुकान खरीदी। उमेर की तरफ से 50 हजार रुपये टोकन मनी भी दी गई। परिवार में एकराय नहीं बनने पर अशोक बाद में दुकान बेचने पर राजी नहीं हुए तो टोकन मनी के 50 हजार रुपये की जगह एक लाख रुपये लौटाने की बात होने लगी। बुधवार शाम दोनों पक्षों के बीच इस संबंध में वार्ता चल रही थी। अशोक अग्रवाल की तरफ से पक्ष लेने पर शिवसेना नेता के भाई सौरभ गुप्ता से किसी बात को लेकर उमेर की बहस हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। बीच बाजार टकराव से तनाव की स्थिति बनी। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ रात में कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। गुरुवार को विवाद फिर गहराने की आशंका पर जिले भर के थानाध्यक्ष, पुलिसकर्मी और पीएसी बुला ली गई।
गुरुवार सुबह 11 बजे भाजपाइयों के साथ विहिप, बजरंग दल व शिवसेना के कई कार्यकर्ता कोतवाली पहुंच गए और सौरभ से मारपीट करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। उन्होंने कोतवाली में हंगामा शुरू कर दिया। सिटी मजिस्ट्रेट हरबीर सिंह समेत पुलिस अफसरों ने कानूनी बाध्यता का हवाला देते हुए काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। एक बजे भाजपाई और ¨हदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मुख्य बाजार की ओर कूच किया। बेस अस्पताल के पास एएसपी यशवंत सिंह चौहान और पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की हुई और पटेल चौक से होते हुए सभी मीरा मार्ग पहुंच गए। इससे बाजार में भगदड़ मच गई और दुकानें बंद हो गई। सपा नेता की दुकान के पास दोनों पक्षों के आमने-सामने आने से टकराव की स्थिति बनी। पुलिस-प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दोनों पक्षों को समझाकर अलग-अलग किया। 100 मीटर की दूरी पर दोनों पक्षों को रोककर बीच में फोर्स तैनात कर दी गई। इस दौरान दोनों पक्षों ने कई बार एक-दूसरे की ओर जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें नाकाम कर दिया। ढाई बजे से हालात काबू में आने लगे। देर रात तक शहर में तनाव तो बना था, लेकिन कहीं से भी विवाद की सूचना नहीं थी।
'दुकान बेचने के लिए दी गई टोकन मनी को लेकर दोनों पक्षों के बीच हुए विवाद के मामले में क्रॉस रिपोर्ट दर्ज की गई है। शहर का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। अमन-चैन बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल व पीएसी तैनात की गई है। खुफिया एजेंसियों से कट्टरपंथी व राजनीतिक दलों के लोगों की गतिविधियों की पल-पल की जानकारी ली जा रही है।'
- स्वीटी अग्रवाल, एसएसपी, नैनीताल