त्रिशूल पर्वत पर जाएगा दल
संवाद सहयोगी, भवाली : सशस्त्र सीमा बल के ग्वालदम स्थित पर्वतारोहण विंग द्वारा त्रिशूल पर्वत पर अपना
संवाद सहयोगी, भवाली : सशस्त्र सीमा बल के ग्वालदम स्थित पर्वतारोहण विंग द्वारा त्रिशूल पर्वत पर अपना 15 सदस्यीय दल भेजने की तैयारियां अंतिम पड़ाव में हैं। दल को बीते 1 सितंबर को गृह सचिव भारत सरकार ने दिल्ली में राष्ट्रीय व बल का ध्वज प्रदान किया था जिसका नेतृत्व माउंट एवरेस्ट विजेता सोमित जोशी कर रहे हैं। जिसके डिप्टी लीडर भवाली निवासी माउंट एवरेस्ट विजेता सुबोध चंदोला हैं।
गुरुवार को दल भवाली में डिप्टी लीडर एवरेस्ट विजेता सुबोध चंदोला के आवास पर अल्पविराम में रुका। जहां पर उनके पिता आरपी चंदोला और माता हरि प्रिया चंदोला ने शुभकामनाएं दीं। त्रिशुल पर्वत पर सबसे पहले ब्रिटिश पर्वतारोहण दल 12 जून 1907 में टॉम एच लाग्स्टाफ के नेतृत्व में सफलतापूर्वक चढ़ाई की थी। समय-समय पर भारतीय पर्वतारोहण अभियान भी इस चोटी पर जाते रहे हैं जिसमें से कुछ सफल भी रहे। सशस्त्र सीमा बल के ग्वालदम स्थित पर्वतारोहण विंग ने अब तक अपनी स्थापना वर्ष 1971 से अनेकों पर्वतारोहण अभियान में जिसमें नून पर्वत, नंदा देवी पर्वत, नंदाखाट पर्वत, थारकोट, सतोपथ पर्वत, केदारड़ोम पर्वत, हनुमान टिंबा, भागीरथी, बलजूरी, बंदरपूछ, ब्लैकपीक पर्वत के साथ ही वर्ष 2003 में विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर भी सफलतापूर्वक अभियान का संचालन किया जा चुका है। सितंबर में होम कुंड नामक स्थान पर अपना बेस कैंप स्थापित करेगा। मौसम के अनुकूल रहने पर सितंबर 15 से 20 के बीच चोटी के रास्ते को खोलता कैंप स्थापित कर सफलतापूर्वक आरोहण का प्रयास करेगा और सितंबर अंत में ग्वालदम वापसी करेगा। दल का नेतृत्व माउंट एवरेस्ट विजेता कमाडेंट सोमित जोशी, डिप्टी लीडर माउंट एवरेस्ट विजेता सुबोध चंदोला कर रहे हैं। दल में एवरेस्ट विजेता विनोद नेगी, राहुल कुमार त्यागी व कौशल कुमार, कुदरत अली खान, मोहम्मद तास्सूम, प्रमोद कुमार, धर्मेद कुमार भट्ट शामिल है।