Move to Jagran APP

पिथौरागढ़ में 11 मार्ग बंद, साठ हजार की आबादी प्रभावित

बारिश में कमी आने से बारह मार्ग तो यातायात के लिए खुल चुके हैं परंतु ग्यारह मार्ग अभी भी बंद हैं। सामरिक दृष्टि से चीन सीमा से लगे गावों को जोडऩे वाला तवाघाट-सोबला-तिदांग मार्ग 49वें दिन भी बंद है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 11:49 PM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 11:49 PM (IST)
पिथौरागढ़ में 11 मार्ग बंद, साठ हजार की आबादी प्रभावित
बुधवार को धारचूला-तवाघाट मार्ग पर भी मलबा आने से मार्ग बंद रहा।

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : बारिश के वेग में हल्की कमी आई है, परंतु सीमांत क्षेत्र की दुश्वारियां बनी हुई हैं। जिले भर में 11 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। चीन सीमा को जोडऩे वाला तवाघाट-सोबला-तिदांग मार्ग बंद है। धारचूला का खुम्ती गांव अलग -थलग पड़ा है। गांव के तल्लालेक तोक में बिजली लाइन गिरने के कगार पर पहुंच चुकी है।

loksabha election banner

विगत दो तीन दिनों से बारिश में कमी आने से बारह मार्ग तो यातायात के लिए खुल चुके हैं, परंतु ग्यारह मार्ग अभी भी बंद हैं। इन मार्गों के जल्द खुलने के आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं। सामरिक दृष्टि से चीन सीमा से लगे गावों को जोडऩे वाला तवाघाट-सोबला-तिदांग मार्ग 49वें दिन भी बंद है। मार्ग बंद होने से तवाघाट से लेकर तल्ला दारमा के गर्गुवा, खेत, छिरकिला, जम्मू, सोबला, न्यू, सुवा, वतन, उमचिया, सुमदुंग, दर, बौगलिंग, सेला, चल, नागलिंग सहित उच्च हिमालयी गांव और चौदास के पांगू, हिमखोला, तंतागांव रौतो, छलमाछिलासों, सोसा, हिमखोला, नारायण आश्रम, सिर्खा सहित अन्य गांव कटे हुए हैं।

इन गांवों तक पैदल पहुंचना भी मुश्किल हो चुका है। गांवों तक आवश्यक सामान और खाद्यान्न भी पहुंचना मुश्किल बना हुआ है। पूर्व जिपं सदस्य आन सिंह रोकाया, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष नारायण सिंह दरियाल ने लंबे समय बाद भी मार्ग नही खुलने पर नाराजगी जताई है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द मार्ग नहीं खुला तो इस क्षेत्र में स्थिति खराब होने वाली है। जिला आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को धारचूला-तवाघाट मार्ग पर भी मलबा आने से मार्ग कुछ देर बंद रहा।

धारचूला के खुम्ती गांव को जोडऩे वाली सड़क 49 दिनों से बंद है। कालिका खुम्ती मार्ग के कई स्थानों पर ध्वस्त होने से ग्रामीणों का पैदल चलना भी मुश्किल हो चुका है। गांव के गोपाल सिंह ने बताया कि गांव में लगातार कटाव जारी है। पेयजल योजना ध्वस्त होने से ग्रामीण गधेरों का पानी पीने को मजबूर हो चुके हैं। बंद सड़क खोलने के लिए पीएमजीएसवाइ द्वारा कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.