कामधेनु गोशाला में 11 गायों की एक साथ मौत होने से हड़कंप
रामनगर की कामधेनु गोशाला में एक ही रात में 11 गायों की मौत होने से हड़कंप मच गया।
संवाद सहयोगी, रामनगर: नगर की कामधेनु गोशाला में एक ही रात में 11 गायों की मौत होने से हड़कंप मच गया। पशुपालन विभाग की टीम ने गायों को बचाने का प्रयास किया लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। गोशाला समिति द्वारा मृत गायों का पोस्टमार्टम करवाकर उन्हें दफना दिया गया है।
यहां श्मशान घाट के समीप कामधेनु गोविंद गोधाम नामक गोशाला में वर्तमान में 139 गाय थीं। गुरुवार को गोशाला में कार्यरत कर्मचारी वीरेद्र सिंह 85 गायों को जंगल चराने के लिए ले गया था। शाम को वह गायों को चराकर जंगल से लाया। रात में 15 गायों की तबीयत बिगड़ने लगी। एकएक कर उनके मुंह से झाग व खून निकलने लगा। इससे गायों की देखभाल के लिए रखे गए कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। उन्होंने तुरंत गोशाला समिति के अध्यक्ष भगीरथ लाल चौधरी व सचिव विमल कुमार को जानकारी दी। सूचना मिलने पर पशु चिकित्साधिकारी डा. योगेश अग्रवाल ने टीम को गोशाला भेजा। बताया जा रहा है बीमार गायों को बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। इस बीच एक-एक कर रात में कुल 11 गायों ने दम तोड़ दिया। जबकि चार की हालत में सुधार हो गया। मृत गायों को पोस्टमार्टम कराने के बाद उन्हें दफना दिया गया।
पशु चिकित्साधिकारी डा. योगेश अग्रवाल ने बताया कि प्रथम दृष्टया जंगल में जहरीली घास खाने से गायों की मौत होने की संभावना है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असल वजह पता चल पाएगी। समिति के अध्यक्ष भगीरथ लाल चौधरी ने बताया कि गाय जंगल में चरने के लिए जाती थी। इस दुखद घटना को देखते हुए तय हुआ कि अब गायों को चरने के लिए जंगल नहीं ले जाया जाएगा। समिति के पास पर्याप्त चारे की व्यवस्था है। बताया जा रहा है यह गोशाला बिना सरकारी मदद के संचालित होती है।