मौसम बदलने के साथ ही बढ़ा वायरल का प्रकोप
संवाद सहयोगी, रुड़की: शहर और देहात क्षेत्र में वायरल बुखार का प्रकोप बढ़ गया है। सरकार
संवाद सहयोगी, रुड़की: शहर और देहात क्षेत्र में वायरल बुखार का प्रकोप बढ़ गया है। सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में उपचार को आने वाले अधिकांश मरीज वायरल बुखार से पीड़ित हैं। चिकित्सक मौसम में आ रहे परिवर्तन को इसकी वजह बता रहे हैं। साथ ही स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखे जाने की सलाह दे रहे हैं।
सिविल अस्पताल रुड़की में उपचार को आने वाले मरीजों में सोमवार को सबसे ज्यादा वायरल बुखार से पीड़ित मरीज रहे। वायरल से पीड़ित मरीज गले में खरास, खांसी, जुखाम और बुखार आदि की शिकायत बता रहे हैं। इसी तरह प्राइवेट अस्पतालों में भी उपचार को आने वाले अधिकांश मरीज वायरल बुखार से पीड़ित है। चिकित्सकों का कहना है कि मौसम में हो रहे परिवर्तन के कारण लोग वायरल बुखार की चपेट में आ रहे हैं। मौसम में कभी तेज धूप और गर्मी हो रही है। जबकि रात के समय मौसम में ठंडक हो जाती है। उमस अधिक होने की वजह से पसीना भी अधिक आ रहा है। इससे लोग एकदम से ठंडे पानी से मुंह धो लेते हैं या नहा लेते हैं। यहीं नहीं कहीं बाहर से आने पर तुरंत ही फ्रिज का ठंडा पानी या कोल्ड ¨ड्रक्स पी लेते हैं। जिसका स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। इससे गले में खरास, जुखाम, खांसी, शरीर में दर्द और बुखार हो जाता है। चिकित्सकों का कहना है कि यह वायरल बुखार ठीक होने में एक सप्ताह तक लग जाता है। सिविल अस्पताल के जरनल फिजिशियन डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि मौसम के परिवर्तन को देखते हुए खानपान का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।
-----------
एंटी रैबीज इंजेक्शन न आने से परेशानी
रुड़की: सिविल अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन न आने से कुत्ते काटे के शिकार लोग परेशान है। एंटी रैबीज के इंजेक्शन लगवाने के लिए कुत्ते काटे के शिकार लोग प्रतिदिन अस्पताल पहुंचते हैं, लेकिन एंटी रैबीज इंजेक्शन न होने की वजह से मरीजों को निराश लौटना पड़ रहा है। सोमवार को भी कुत्ते काटे के शिकार कई लोग उपचार को अस्पताल पहुंचे, लेकिन जब उन्हें पता चला कि एंटी रैबीज इंजेक्शन नहीं आए हैं तो उन्हें लौटना पड़ा।