यह लापरवाही कहीं व्यापारी और ग्राहक पर पड़ न जाए भारी
त्योहारी सीजन शुरू होने और कोरोना के मामलों में कुछ कमी आने पर अब शहर के बाजारों में ग्राहकों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ने लगी है।
जागरण संवाददाता, रुड़की: त्योहारी सीजन शुरू होने और कोरोना के मामलों में कुछ कमी आने पर अब शहर के बाजारों में ग्राहकों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। वहीं कोरोना वायरस से बचाव के प्रति अपनाए जाने वाले नियमों को लेकर जनता का लापरवाह रवैया भी दिखाई दे रहा है। ऐसे में यह लापरवाही व्यापारी और ग्राहक दोनों पर भारी पड़ सकती है।
कोरोना वायरस महामारी के कारण सितंबर तक शहर के सिविल लाइंस, मेन बाजार, बीटी गंज समेत अन्य बाजारों में गिनती के ही ग्राहक पहुंच रहे थे। इससे पहले कोरोना के चलते बाजार लगभग दो महीने तक बंद रहे थे। वहीं नवरात्र से त्योहारी सीजन शुरू होने, शादियां के लिए शुभ मुहूर्त होने और कोरोना के मामलों में कमी आने के कारण बाजार में धीरे-धीरे ग्राहकों की संख्या बढ़ने लगी है। नवरात्र और दशहरे के पर्व के बाद अब पति की लंबी आयु के लिए रखा जाने वाला करवाचौथ का त्योहार भी आने वाला है। इसके बाद धनतेरस और दीपावली का पर्व आएगा। ऐसे में आने वाले दिनों में भी खरीदारों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। वहीं कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में कमी आने से शहर के कई लोग इस महामारी को लेकर अधिक गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। बाजार में कई व्यापारी और खरीदारी के लिए पहुंचने वाले ग्राहक मास्क तो लगा रहे हैं लेकिन उससे ठीक तरीके से चेहरा नहीं ढक रहे हैं। जबकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बिना मास्क के ही दिख रहे हैं। अधिकांश दुकानदारों की ओर से दुकानों में न तो शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जा रहा है और न ही सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। ऐसे में यह लापरवाही भारी पड़ सकती है। उधर, प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष सौरभ भूषण शर्मा के अनुसार त्योहारी सीजन में बाजार में आने वाले ग्राहकों की संख्या बढ़ने लगने लगी। इसलिए संगठन की ओर से अभियान चलाकर व्यापारियों को कोरोना काल में सुरक्षित तरीके से व्यापार करने की सलाह दी जा रही है। दुकान में ग्राहकों के बीच उचित दूरी बने रहे इसके लिए भी दुकानदारों को व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।