शुगर मिल के अपशिष्ट से बढ़ी परेशानी
शुगर मिल से निकलने वाले अपशिष्ट के निस्तारण की सही व्यवस्था न होने के कारण नगर में मक्खी-मछरों का प्रकोप बढ़ गया है जिससे आमजन परेशान हैं। आलम यह है कि मक्खियों के कारण स्थानीय निवासियों का खाना-पीना भी दुश्वार हो गया है। यही नहीं डेंगू का खतरा भी बढ़ गया है।
संवाद सूत्र, लक्सर: शुगर मिल से निकलने वाले अपशिष्ट के निस्तारण की सही व्यवस्था न होने के कारण नगर में मक्खी-मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे आमजन परेशान हैं। आलम यह है कि मक्खियों के कारण स्थानीय निवासियों का खाना-पीना भी दुश्वार हो गया है। यही नहीं, डेंगू का खतरा भी बढ़ गया है।
लक्सर में शुगर मिल से निकलने वाली मैली और अन्य अपशिष्ट से क्षेत्र में मक्खी-मच्छरों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। बरसात के दौरान इससे डेंगू समेत दूसरे संक्रामक रोगों का खतरा पैदा हो रहा है। इन दिनों नगर समेत आसपास के क्षेत्र में मच्छर, मक्खियों की भरमार है। आलम यह है कि खुले में किसी तरह की खाद्य सामग्री को नहीं रखा जा सकता है। सड़कों, दुकानों तथा घरों में मक्खियों की भरमार है, जिससे स्थानीय निवासियों में भारी रोष है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि मिल प्रबंधन, नगर पालिका प्रशासन व स्थानीय प्रशासन इस ओर से आंखें मूंदे है। राजनेता केवल अपनी राजनीति चमकाने में लगे हैं, जिन्हें जनता के सुख-दुख से कुछ भी लेना-देना नहीं है। युवा नेता विवेक सैनी, सुभाष सैनी, मनीष राजपूत, राहुल गर्ग, अवनीश, अमित, अजय आदि का कहना है कि यदि समस्या का शीघ्र समाधान नहीं होता है तो लोग सड़कों पर उतर कर आंदोलन को बाध्य होंगे। उपजिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि शिकायतों को लेकर मिल प्रबंधन से वार्ता की गई। मिल प्रबंधन को अपशिष्ट प्रबंधन के लिए व्यवस्था ठीक रखने को कहा गया है। मिल प्रबंधन की ओर से बताया गया कि नगर में कीटनाशक का छिड़काव कराया गया है। बरसात की स्थिति को देखते हुए मिल अधिकारियों को नगर में नियमित अंतराल पर कीटनाशक का छिड़काव कराने के निर्देश दिए गए हैं। उधर, कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष राजेश रस्तोगी ने कहा है कि यदि एक सप्ताह के भीतर व्यवस्था ठीक नहीं की गई, तो मिल प्रबंधन, नगर पालिका प्रशासन तथा स्थानीय प्रशासन का पुतला दहन किया जाएगा तथा यदि जरूरत पड़ी तो धरना प्रदर्शन के साथ आंदोलन भी किया जाएगा।