प्रशासन पर जमकर बरसे मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद
मातृ सदन परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद प्रशासन पर जमकर बरसे। उन्होंने एसडीएम कुसुम चौहान को भी आड़े हाथ लिया।
हरिद्वार, जेएनएन। मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद प्रशासन पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि गुरुवार शाम एसडीएम कुसुम चौहान के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन की टीम मातृ सदन पहुंची। टीम से जब नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा (एनएमसीजी) डायरेक्टर की ओर से जिलाधिकारी को जारी पत्र के संबंध में जानकारी मांगी गई तो वह बगले झांकने लगी। उन्होंने कहा कि बगैर होमवर्क किए प्रशासनिक अधिकारी मातृसदन पहुंचते हैं जो हास्यास्पद है।
स्वामी सानंद की मांगों के समर्थन में ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद के अनशन का 136 वां दिन है लेकिन उनकी मांगें अब तक नहीं मानी गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि नौ अक्टूबर 2018 को एनएमसीजी डायरेक्टर राजीव रंजन मिश्र का पत्र जिलाधिकारी को मिला, लेकिन उसे दबाकर रखा गया। उन्होंने कहा कि यदि एनएमसीजी डायरेक्टर के पत्र को लेकर यदि प्रशासनिक अधिकारी स्वामी सानंद से वार्ता करते तो शायद स्थिति कुछ ओर होती।
उन्होंने कहा कि इस पत्र में सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के आदेश (रायवाला से भोगपुर तक खनन बंद करने और गंगा के पांच किलोमीटर दायरे में लगे स्टोन क्रशर को बंद करने) को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए थे। उन्होंने कहा कि प्रशासन क्रशरों में छापे तो मारता है, लेकिन कार्रवाई कोई नहीं करता है। उन्होंने बताया कि ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद की मांगों के समर्थन में नौ मार्च को दिल्ली से एक पदयात्रा शुरू होगी जो 17 मार्च को मातृ सदन पहुंचेगी।
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