किसानों के खाते में अब तक नहीं पहुंचा भुगतान
जागरण संवाददाता रुड़की इकबालपुर चीनी मिल से जुड़े 16 हजार गन्ना किसानों की परेशानी बढ
जागरण संवाददाता, रुड़की: इकबालपुर चीनी मिल से जुड़े 16 हजार गन्ना किसानों की परेशानी बढ़ गई है। किसानों की गन्ने की फसल समाप्त होने को हैं, लेकिन चीनी मिल की ओर से न तो पिछले सत्र का गन्ने का भुगतान किया गया है और न ही मौजूदा पेराई सत्र के भुगतान की शुरुआत की गई है। इस माह के अंत से चीनी मिल पेराई सत्र समाप्त करने का नोटिस देना शुरू कर देगी।
इकबालपुर चीनी मिल से जुड़े क्षेत्र के 60 गांव के किसान बेहद परेशान हैं। किसानों के गन्ने की बिक्री तो लगातार हो रही है, लेकिन भुगतान नहीं मिल पा रहा है। इकबालपुर चीनी मिल की ओर से अभी तक पिछले पेराई सत्र का ही 14 फरवरी तक का भुगतान किया गया है। इस पेराई सत्र की शुरुआत 10 दिसंबर 2018 से हुई थी, लेकिन अभी तक चीनी मिल की ओर से इस साल का भी भुगतान नहीं किया गया है। इसकी वजह से किसानों में रोष है। किसान क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी कटार सिंह, विजयपाल सिंह, राजेन्द्र ने बताया कि सरकार की ओर से गन्ने के भुगतान में जान बूझकर देरी कराई जा रही है। गन्ना विभाग की ओर से अब तक एक भी ऐसी कार्रवाई नहीं की गई है। चीनी मिल मार्च के अंतिम सप्ताह से पेराई सत्र समाप्त करने के लिए नोटिस देना शुरू कर देगी। ऐसे में किसानों के गन्ने का भुगतान फिर से फंस जाएगा।
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रिसीवर को बैठाने का नहीं मिला कोई लाभ
रुड़की: शासन की ओर से किसानों के गन्ने का भुगतान कराने के लिए रिसीवर को बैठाया गया था। एसडीएम भगवानपुर को यह जिम्मेदारी दी गई है। शुरुआत में तो रिसीवर ने गन्ना भुगतान में तेजी दिखाई, लेकिन उसके बाद से गन्ने का भुगतान नहीं किया जा रहा है। ऐसे में किसानों का आरोप है कि रिसीवर को बैठाने से कोई लाभ नहीं मिल पाया है।
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इकबालपुर चीनी मिल के भुगतान करने की रफ्तार संतोषजनक नहीं है। इसलिए विभाग की ओर से चीनी मिल को नोटिस दिया गया है। 15 मार्च तक चीनी मिल भुगतान नहीं करती है तो आरसी काटी जाएगी।
ललित मोहन रयाल गन्ना आयुक्त