गन्ना समितियों ने ही वसूला किसानों का पहला भुगतान
जागरण संवाददाता रुड़की गन्ना समितियों ने अधिकांश किसानों से पिछले साल का कर्ज नए भुगतान से
जागरण संवाददाता, रुड़की: गन्ना समितियों ने अधिकांश किसानों से पिछले साल का कर्ज नए भुगतान से वसूल कर लिया है। इसके चलते किसानों के पास नहीं के बराबर ही भुगतान पहुंचा है। किसान मांग कर रहे है कि कर्ज को एकमुश्त वसूल करने के बजाय चीनी मिल किश्तों में कर्ज की वसूली करे।
बकाया गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर किसान परेशान हैं। चीनी मिल गन्ना भुगतान में तेजी नहीं दिखा रही हैं। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। पिछले दिनों लक्सर चीनी मिल, लिब्बरहेड़ी और डोईवाला चीनी मिल ने नए पेराई सत्र का भुगतान किया था। गन्ना समितियों में जैसे ही यह भुगतान पहुंचा तो समितियों ने एक मुश्त किसानों से अपना पिछले साल का कर्ज वसूल कर लिया। इसकी वजह से अधिकांश किसानों के खाते में बेहद कम मात्रा में ही गन्ने का भुगतान पहुंचा है। किसान क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी कटार ¨सह ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने गन्ना आयुक्त को भी पत्र लिखा है। इसमें किसानों ने कहा कि किसानों से गन्ना समितियां एकमुश्त कर्ज की वसूली न करें, बल्कि समान किश्तों में किसानों से कर्ज की वसूली की जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि चीनी मिल तो किसानों का शोषण कर ही रहे हैं, गन्ना समितियां भी किसानों के शोषण पर उतर आई है। किसानों का यह शोषण किसी भी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा। वहीं, सहायक गन्ना आयुक्त शैलेन्द्र ¨सह ने बताया कि किश्त में किसानों से कर्ज वसूलने का कोई प्रावधान नहीं है। समितियां कर्ज की डिमांड लगाती है। जैसे ही भुगतान आता है। समिति अपना कर्ज वसूल कर लेत है।