फर्जी समझकर खनन विभाग की टीम को बैठाया
संवाद सूत्र, लंढौरा: जिला खनन अधिकारी के निर्देश पर ईंट भट्ठे पर जांच को गई टीम को भ
संवाद सूत्र, लंढौरा: जिला खनन अधिकारी के निर्देश पर ईंट भट्ठे पर जांच को गई टीम को भट्ठा स्वामी ने फर्जी समझकर बैठा लिया। साथ ही ईंट भट्ठा एसोसिएशन के पदाधिकारियों को भी बुला लिया। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को भी मामले की जानकारी दी। जेएम के निर्देश पर पुलिस मौके पर पहुंची। टीम के सदस्यों ने अपना पूरा परिचय दिया। उन्होंने बताया कि जिला खनन अधिकारी ने उन्हें जांच के लिए भेजा है, तब जाकर ईंट भट्ठा स्वामियों का संदेह दूर हो सका।
रविवार को उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रुड़की की प्लेट लगी बोलेरो गाड़ी लंढौरा स्थित एक भट्ठा पर रुकी। गाड़ी में तीन-चार जवान पीआरडी के थे, जबकि दो लोग सादे लिबास में थे। उन्होंने भट्ठा स्वामी से मिट्टी कटान की अनुमति मांगी। भट्ठा स्वामी को लगा कि रविवार का अवकाश है, फिर टीम कैसे आ सकती है। उसे टीम पर संदेह हुआ। उसने ईंट भट्ठा एसोसिएशन के पदाधिकारियों को भी यह जानकारी दे दी। साथ ही टीम को रुकने के लिए कहा। इसी बीच एसोसिएशन पदाधिकारियों ने जेएम को यह जानकारी दी। जेएम ने मौके पर पुलिस को भेज दिया। पुलिस और एसोसिएशन पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। एक कर्मचारी ने खुद को खनन मोहर्रिर और दूसरे ने खुद को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कर्मचारी बताया। उन्होंने बताया कि जिला खनन अधिकारी के निर्देश पर जांच के लिए आए हैं। इस दौरान पदाधिकारियों ने जिला खनन अधिकारी से फोन पर बात की। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर टीम का गठन किया गया है, ताकि पता चल सके कि अनुमति से अधिक मिट्टी का कटान तो नहीं हो रहा है। ईंट भट्ठा यूनियन के अध्यक्ष नरेश त्यागी ने टीम के सदस्यों को बताया कि खनन विभाग उनका शोषण कर रहा है। उन्हें 2010 तक 36400 रुपये रायल्टी व 400 लाइसेंस फीस जमा करनी थी, जो 2011 में बढ़ाकर दोगुनी कर दी गई। वर्ष 2016 में इस फीस को कंपाउंड कर दिया गया। 2 लाख रायल्टी व 5 लाख लाइसेंस फीस कर दी गई। इस पर भट्ठा स्वामी हाईकोर्ट गए थे। कोर्ट ने आधी रायल्टी जमा कर शासन स्तर से मामला सुलझाने के आदेश दिए हैं। अब खनन अधिकारी ने एक चक्कर में 28 लाख ईंट आंक कर उन पर टैक्स लगा दिया है जबकि एक चक्कर में 8 से 10 लाख ईंट ही पकाई जाती हैं। कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी टीम को भेजा जा रहा है। भट्ठा स्वामियों ने इस दौरान उच्च अधिकारी को बुलाने और उन्हें सारी समस्याओं से अवगत कराने की बात कही। हालांकि बाद में टीम जांच पड़ताल के बाद वहां से चली गई। इस दौरान मुकेश गुप्ता, विपिन गोयल, सुभाष ¨सगल, नरेंद्र ¨सघल, विपिन अग्रवाल, अशोक राणा, सज्जाद अली, चौधरी बिजेंद्र ¨सह, नीरज आदि भट्ठा स्वामी मौजूद रहे।
रायल्टी जमा नहीं कर रहे भट्ठा स्वामी
जिला खनन अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि भट्ठा स्वामी सात-आठ साल से रायल्टी जमा नहीं कर रहे हैं। मासिक समाधान योजना का पैसा भी जमा नहीं हो रहा है। जब भी खनन विभाग इन पर कार्रवाई करने का प्रयास करता है तो भट्ठा स्वामी कोर्ट चले जाते हैं, जिससे रायल्टी का पैसा जमा नहीं हो पाता है। बताया कि जिला अधिकारी के निर्देश पर जांच टीम गठित की गई है, जो भट्ठों पर जाकर उन्हें बकाया का नोटिस दे रही है। वहीं मिट्टी कटान की अनुमति भी उनसे मांगी जा रही है।