सामाजिक समरसता देश की उन्नति के लिए आवश्यक
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सुभाष शाखा श्री कृष्ण राम शाखा तिलक और बजरंग शाखा ने लिथो प्रेस ग्राउंड में विजयादशमी उत्सव मनाया।
जागरण संवाददाता, रुड़की: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सुभाष शाखा, श्री कृष्ण, राम शाखा, तिलक और बजरंग शाखा ने लिथो प्रेस ग्राउंड में विजयादशमी उत्सव मनाया। इस दौरान स्वयंसेवकों ने योगासन भी किए।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता कलीराम ने कहा कि सतयुग में ज्ञान की शक्ति, त्रेता में मंत्र शक्ति, द्वापर में युद्ध शक्ति प्रबल थी और कलयुग में संगठन शक्ति सर्वोपरि शक्ति है। संगठन के अभाव में विदेशी आक्रमणकारियों ने भारत को गुलाम बनाया था। संघ संस्थापक डा. केशव राव बलिराम हेडगेवार ने हिदू समाज को संगठित करने के लिए 1925 में संघ की स्थापना की। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने महादुराचारी और अत्याचारी रावण का अंत किया। उन्होंने कहा कि मनुष्य ही अपना सबसे बड़ा शत्रु और मित्र है। हमें अपने अंदर के दुर्गुणों को समाप्त करके सद्गुणों को धारण करना होगा। तभी हम अपने आचरण से समाज में परिवर्तन ला सकते हैं। रमेश चंद नैथानी ने कहा कि हमें राष्ट्र प्रथम मानकर कार्य करना होगा। अपने कार्यों को निष्ठा और ईमानदारी से करना देश भक्ति है। नगर संघ चालक जल सिंह की अध्यक्षता में कार्यक्रम हुआ। वहीं मालवीय चौक स्थित आनंदम वैडिग प्वाइंट में गणेश शाखा, गंगा शाखा और शिवाजी शाखा के स्वयंसेवकों ने विजयादशमी पर्व पर योगासन किए।