अवैध शराब की खेप के साथ एक गिरफ्तार, भाजपा नेता सहित तीन नामजद Haridwar News
सेक्टर मजिस्ट्रेट और गंगनहर कोतवाली पुलिस ने अवैध शराब की खेप के साथ एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस मामले में एक भाजपा नेता सहित तीन को नामजद किया है।
रुड़की, जेएनएन। सेक्टर मजिस्ट्रेट और गंगनहर कोतवाली पुलिस ने अवैध शराब की खेप के साथ एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। वाहन से शराब की 167 पेटी बरामद हुई हैं। पुलिस ने इस मामले में तीन को नामजद किया है। इसमें एक भाजपा नेता है। हालांकि पुलिस अभी भाजपा नेता की आधिकारिक पुष्टि नहीं कर रही है। शराब की यह खेप रामनगर क्षेत्र स्थित एक ठेके से लाई जा रही थी।
सेक्टर मजिस्ट्रेट और गंगनहर कोतवाली पुलिस की टीम आवास विकास तिराहे पर चेकिंग कर रही थी। इस दौरान पुलिस ने एक मैक्स पिकअप वाहन से अंग्रेजी शराब की खेप बरामद की। पूछताछ में चालक ने अपना नाम मुकेश कुमार निवासी बंदरो वाला बाग बेहट, जिला सहारनपुर, उप्र बताया।
आरोपित ने बताया कि यह माल रामनगर स्थित शराब के ठेके से कालू नाम के एक व्यक्ति ने पिकअप वाहन में रखवाया था। आरोपित ने बताया कि जोगेंद्र राणा उर्फ लंगड़ा ने पांच सौ रुपये देकर यह माल ईदगाह रोड पर उतारने को कहा था। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि आरोपित जोगेंद्र राणा शराब की दुकान का पूरा काम देखता है।
गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश साह ने बताया कि इस मामले मुकेश कुमार, जोगेंद्र राणा एवं कालू पर मुकदमा दर्ज किया है। इन नामजद में एक भाजपा नेता भी है। फरार आरोपितों की धरपकड़ के प्रयास किए जा रहे है।
निरीक्षण में सामने आई लापरवाही
आबकारी विभाग के डिप्टी कमिश्नर ने रामनगर स्थित शराब की दुकान का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है। उन्होंने शराब की दुकान का लाइसेंस निलंबित करने की बात कही। इस दौरान हड़कंप की स्थिति रही। इस दौरान ठेकेदार ने उन्हें स्टॉक रजिस्टर नहीं दिखाया, जिस पर उन्होंने कड़ी फटकार लगाई।
गंगनहर कोतवाली पुलिस ने सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ मिलकर आवास विकास में चेकिंग के दौरान शराब का जखीरा पकड़ा था। शराब रामनगर स्थित ठेके से ले जाई जा रही थी। इस घटना के सामने आने के बाद शाम के समय आबकारी विभाग के डिप्टी कमिश्नर प्रभा शंकर मिश्र ने रामनगर पहुंचकर शराब की दुकान का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान पता चला कि गलत तरीके से कर्मचारियों ने दुकान में सील लगाई थी। इसके चलते दुकान से शराब निकाली गई। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि इस मामले में विभाग के कुछ कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है।
उन्होंने विभाग के कुछ कर्मचारियों की सलिप्तता से भी इन्कार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि शराब की दुकान का लाइसेंस निलंबित किया जाएगा। उन्होंने स्टॉक में रखे शराब की गिनती कराई। इस दौरान ठेकेदार उन्हें स्टॉक रजिस्टर नहीं दिखा पाया।
ठेके पर लगी सील, फिर भी निकाल लिया माल
सील लगी शराब की दुकान से आरोपितों ने किस तरह से माल निकाला। इसे लेकर चर्चा हो रही है। इस मामले में आबकारी विभाग पर भी सवाल खड़े हो रहे है। वहीं, इस माल की बुकिंग पहले ही हो चुकी थी। बताया गया है कि पिकअप वाहन से माल लेने के लिए कई ग्राहक ईदगाह रोड पर इंतजार कर रहे थे।
बताया जा रहा है कि इस वाहन से शराब ले जाने का यह पांचवां चक्कर था। इसी बीच पुलिस और सेक्टर मजिस्ट्रेट को इसकी भनक लग गई। यह भी पता चला है कि ग्राहकों ने पहले ही शराब की पेटियां की बुकिंग एडवांस में की थी। आबकारी निरीक्षक मानवेंद्र पंवार ने बताया कि शराब की दुकान की जांच की जाएगी। इस मामले की रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को भेजी जाएगी।
यह भी पढ़ें: चेकपोस्ट के पास बाइक से टकराई स्कूटी, सड़क पर बिखरी शराब; तस्कर फरार Haridwar News
मेन गेट के बजाय खिड़की पर लगाई थी सील
शराब की दुकान पर आबकारी टीम ने खिड़की पर सील लगाई थी। दुकान के मेन गेट पर कोई सील नहीं थी। पुलिस ने बताया कि मेन गेट पर सील नहीं होने के चलते ही इस गेट से वाहन अंदर गया था।
यह भी पढ़ें: Dehradun LockdowN: शराब की तस्करी में ठेके के सेल्समैन समेत तीन धरे Dehradun News