संस्कृत सभी भाषाओं की जननी
हरिद्वार संस्कृत भारती के प्रांतीय कार्यालय पर संस्कृत सप्ताह के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन कि
हरिद्वार: संस्कृत भारती के प्रांतीय कार्यालय पर संस्कृत सप्ताह के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें संस्कृत के विविध पक्षों पर चर्चा करते हुए संस्कृत को जनभाषा बनाने पर जोर दिया गया।
गोष्ठी में भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के आचार्य रविंद्र आर्य ने कहा कि संस्कृत भाषा भारत की संस्कृति से जुड़ी हुई है। इसलिए संस्कृत को जन-जन तक पहुंचना सभी की जिम्मेदारी है। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के वेद विभागाध्यक्ष दिनेशचंद्र शास्त्री ने कहा कि देश की अधिकांश भाषाओं में संस्कृत के शब्दों का प्रयोग किया जाता है, इसी वजह से संस्कृत भाषा सभी भाषाओं की जननी कही जाती है। इस मौके पर भगवती प्रसाद, केशव बलियानी, मनीष बड़थ्वाल, अरविद शर्मा, नवराज शर्मा आदि मौजूद रहे। (संस)