Move to Jagran APP

अपार ज्ञान संपदा से परिपूर्ण भाषा है संस्कृत

वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दावली आयोग की ओर से प्रायोजित और पतंजलि विश्वविद्यालय की ओर से समायोजित योग सूत्र एवं इसकी तकनीकी शब्दावली विषय पर पांच दिवसीय वेबगोष्ठी में वक्ताओं ने संस्कृत को सबसे प्राचीनतम और अपार ज्ञान संपदा से परिपूर्ण भाषा बताया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Aug 2020 08:52 PM (IST)Updated: Thu, 27 Aug 2020 08:52 PM (IST)
अपार ज्ञान संपदा से परिपूर्ण भाषा है संस्कृत
अपार ज्ञान संपदा से परिपूर्ण भाषा है संस्कृत

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दावली आयोग की ओर से प्रायोजित और पतंजलि विश्वविद्यालय की ओर से समायोजित योग सूत्र एवं इसकी तकनीकी शब्दावली विषय पर पांच दिवसीय वेबगोष्ठी में वक्ताओं ने संस्कृत को सबसे प्राचीनतम और अपार ज्ञान संपदा से परिपूर्ण भाषा बताया।

loksabha election banner

गुरुवार को हुई गोष्ठी में सह संयोजक डॉ. रुद्र भंडारी ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। इस मौके पर मुख्य अतिथि और अध्यक्ष सीएसटीटी नई दिल्ली के प्रो. अवनीश कुमार ने कोरोना की रोकथाम के लिए पतंजलि परिवार के प्रयास की सराहना करते हुए शब्दावली आयोग के कार्यक्षेत्र एवं भावी योजना के बारे में संक्षिप्त चर्चा की। उन्होंने संस्कृत को प्राचीनकाल में प्रबुद्ध वर्गो के चर्चा की भाषा बताया। विशिष्ट अतिथि और लाल बहादुर शास्त्री केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि ज्ञान के समान पवित्र कुछ भी नहीं है और योग ज्ञान प्राप्त करने का दिव्य साधन है। पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. महावीर अग्रवाल ने कहा कि आत्मबोध से बढ़कर कुछ भी नहीं है। उन्होंने दुनिया को दुनिया की ही भाषा में समझाने पर बल देते कहा कि शास्त्रीय और तकनीकी शब्दों के अर्थ जाने बिना उसके दिव्य भाव को ग्रहण नहीं किया जा सकता है। इस दौरान तीन तकनीकी सत्र भी आयोजित हुए। जिसमें विभिन्न संस्थानों के 100 से अधिक प्रतिभागियों ने अपना ज्ञानवर्धन किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.