इरफान खान ने इंटरव्यू में खोले थे फिल्मी जिंदगी के राज, रुड़की में बीड़ी पीते दिखे और चोरी हो गया था फोन
इरफान खान की यादें शिक्षानगरी रुड़की के लोगों के दिलों में हमेशा ताजा रहेंगी। फिल्म पान सिंह तोमर की शूटिंग के अलावा भी इरफान कई बार रुड़की आए थे।
रुड़की, जेएनएन। बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता इरफान खान की यादें शिक्षानगरी रुड़की के लोगों के दिलों में हमेशा ताजा रहेंगी। फिल्म पान सिंह तोमर की शूटिंग के अलावा भी इरफान कई बार रुड़की आए थे। एकबार तो यहां किसी टप्पेबाज ने उनका फोन उड़ा लिया था। इतना ही नहीं इरफान शूटिंग के बाद अक्सर बीड़ी पीते भी नजर आते थे। वे एक अच्छे इंसान के साथ ही बेहतरीन अभिनेता थे। उनके निधन से प्रशंसकों में शोक की लहर है।
वर्ष 2012 में रिलीज हुई तिग्मांशु धूलिया निर्देशित फिल्म पान सिंह तोमर की शूटिंग रुड़की में बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप व केंद्र और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की के कैंपस में हुई थी। इस फिल्म की शूटिंग के लिए अभिनेता इरफान खान दो बार रुड़की आए थे। आइआइटी रुड़की की मेन बिल्डिंग में फिल्म की शूटिंग हुई थी। वहीं, बीईजी कैंपस में भी फिल्म के कई दृश्य फिल्माए गए थे। फिल्म की शूटिंग के दौरान इरफान अपनी टीम के साथ कुछ दिन रुड़की में ही ठहरे थे। उनकी एक झलक पाने को उनके प्रशंसक बेताब दिखाई देते थे।
शूटिंग खत्म होने पर इरफान अक्सर बीड़ी पीते हुए नजर आते थे। उन्हें बीड़ी पीता देख उन्हें देखने वालों के मन में भी सवाल उठते थे। फिल्म की शूटिंग के लिए आए इरफान खान ने दैनिक जागरण को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वे अपनी फिल्मों के जरिए न केवल दर्शकों का मनोरंजन करना चाहते हैं बल्कि कोई न कोई सामाजिक संदेश देना भी उनका मकसद रहता है। पान सिंह तोमर फिल्म के लिए इरफान खान को राष्ट्रीय अवॉर्ड मिला था। वहीं, इरफान ने रुड़की में सेना के अधिकारियों और सैनिकों के साथ सैपर सिनेमा हॉल में फिल्म का पहला शो देखा था।
रुड़की की यादों को कभी नहीं भूल पाते थे इरफान
प्रसिद्ध शायर अफजल मंगलौरी ने बताया कि इरफान खान को पद्मश्री मिलने पर वर्ष 2011 में रुड़की में नेशनल स्पोर्ट्स वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव जावेद साबरी ने उनके लिए सम्मान समारोह आयोजित किया था। इसमें इरफान खान नगरवासियों से रूबरू हुए थे। पिरान कलियर स्थित साबिर पाक की दरगाह में भी उन्होंने जियारत की थी। शायर अफजल मंगलौरी ने बताया कि इरफान एक बेहतरीन कलाकार के साथ-साथ सूफी विचारधारा से भी बहुत प्रभावित थे। मंगलौरी ने बताया कि रुड़की के अलावा मुंबई में भी उन्होंने इरफान के साथ कई मंच साझा किए। जो यादगार लम्हों के रूप में हमेशा उनके दिमाग पर छाये रहेंगे।
दिल से निभाया था किरदार
साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन ने फिल्म अभिनेता इरफान खान के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि इरफान ने फिल्म पान सिंह तोमर में अपने किरदार को अपना दिल दिया था। इरफान गर्मी के वक्त तेज धूप में भी शूटिंग करते थे। नारसन ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के एथलीट पान सिंह तोमर ने बंगाल इंजीनियर ग्रुप और केंद्र रुड़की में नौकरी की थी। इसलिए फिल्म निर्देशक तिग्मांशु धूलिया ने रक्षा मंत्रालय से बीइजी में इस फिल्म की शूटिंग करने की इजाजत मांगी थी।
...और चुरा लिया इरफान का मोबाइल
वर्ष 2011 में रुड़की में आयोजित एक कार्यक्रम के बाद जब इरफान इमली रोड स्थित दूसरे कार्यक्रम में पहुंचे तो उनकी एक झलक पाने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई। इसी दौरान किसी टप्पेबाज ने उनका मोबाइल चुरा लिया था। वहीं, भीड़ को नियंत्रित करना आयोजकों के लिए मुश्किल हो गया, जिसके बाद इरफान को कमरे में ले जाया गया। पुलिस बल के मौके पर पहुंचने पर उन्हें वहां से निकाला गया। वहीं, पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद उनका मोबाइल बरामद कर उन्हें सौंप दिया था।