जब भी कवि की बात चलेगी याद अटल आएंगे..
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : पारिजात साहित्यिक और सांस्कृतिक मंच भेल की ओर से सेक्टर चार
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : पारिजात साहित्यिक और सांस्कृतिक मंच भेल की ओर से सेक्टर चार सभागार में भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित कवि गोष्ठी एक शाम अटल का नाम आयोजित किया गया। कवियों ने काव्यपाठ कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
कुंवर पाल ¨सह धवल ने पढ़ा, दिल में आकर बैठ गए हैं दूर नहीं जाएंगे, जब भी कवि की बात चलेगी याद अटल आएंगे। साधु राम पल्लव ने पढ़ा जग नाटक में अटल पात्र का प र्ण हो गया मंचन, पात्र नैपथ्य गिरी यवनिका पर मान नहीं पाता मन। सामाजिक रिश्तों में मिलने वाले धोखे के संदर्भ में भूदत्त शर्मा ने पढ़ा हर किसी को अपना ना बताया कर, कभी-कभी दोस्तों को भी आजमाया कर, ना जाने कब कौन पलने लगे आस्तीन में, तो कभी-कभी आस्तीन भी चढ़ाया कर। प्रमोद नौटियाल ने पड़ा ¨जदगी की शाम के बारे में सोचा कर, क्या सफर किया हिसाब के बारे में सोचा कर। डॉ. श्याम बनौधा तालिब ने पढ़ा तालिब निकल न जाएग, हाथों से रेत बनकर , अहसास की नमी में रिश्ते डुबोए रखिए। केएल दीवान ने पढ़ा द्वार-द्वार जा सुख बांट आसपास का दुख काट, यही गीत सुनाता हूं अपने मन का प्यार बांट। गोष्ठी में सुभाष मलिक, सोनेश्वर कुमार सोना, सत्य देव सोनी सत्य आदि ने काव्य पाठ किया।