शोध को आकर्षित करने और सही दिशा दिखाने को हुआ पोस्टर सेशन
जागरण संवाददाता रुड़की भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की की ओर से लेक्चर हाल
जागरण संवाददाता, रुड़की : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की की ओर से लेक्चर हाल में आयोजित पोस्टर सेशन में स्पार्क इंटर्न के कार्य प्रदर्शित किए गए। स्पार्क गर्मियों में इंटर्नशिप के लिए संस्थान की नई पहल है। इसका मकसद आइआइटी रुड़की समेत देशभर के अंडर ग्रेजुएट विद्यार्थियों को शोध कार्य के लिए आकर्षित करना और उन्हें सही दिशा दिखाना है। इसमें स्पार्क इंटर्न के दूसरे बैच के विद्यार्थी भी शामिल हुए।
स्पार्क प्रोग्राम में प्रतिभाग करने वाले इंटर्न को 2500 रुपये का सप्ताह का आकर्षक फेलोशिप दिया गया। संस्थान के फेलोशिप के साथ कई अन्य इंटर्न को डिजाइन एंड इनोवेशन सेंटर (डीआइसी), सेंटर फॉर रेलवे रिसर्च (सीआरआर) और अन्य प्रोजेक्ट फंड से सहायता दी गई। स्पार्क प्रोग्राम के आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है और चुने गए इंटर्न ने आवेदन के समय चुने गए विषय पर शोध कार्य किया। आइआइटी रुड़की के उप निदेशक प्रो. मनोरंजन परीदा ने बताया कि स्पार्क शुरू करने का मकसद अंडर ग्रेजुएट विद्यार्थियों को शोध कार्य का अनुभव देना है। उन्हें विश्वास है कि इस इंटर्नशिप से इंटर्न को न केवल शैक्षिक लाभ मिलेगा बल्कि उद्यम कौशल और आवश्यक अन्य सभी कौशलों का विकास होगा। साथ ही वे इनोवेशन की दुनिया में वास्तविक प्रतिस्पर्धा में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। बताया कि स्पार्क इंटर्न के पहले वर्ष के कार्यो के परिणामस्वरूप कई उल्लेखनीय प्रकाशन हुए और देश-विदेश के विशिष्ट सम्मेलनों में पेश किए गए। प्रो. परीदा ने बताया कि स्पार्क का समन्वयन शिक्षकों और विद्यार्थियों की एक समर्पित टीम करती है। इसके लिए आइआइटी रुड़की का स्पांसर्ड रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल कंसल्टेंसी कार्यालय सहयोग देता है। 15,000 से अधिक आए आनलाइन आवेदन
रुड़की : स्पार्क प्रोग्राम अपने दूसरे वर्ष में ही बहुत लोकप्रिय हो गया है। इस बार 15,000 से अधिक ऑनलाइन आवेदन आए। इनमें चयन की कठिन प्रक्रिया से करीब 100 इंटर्न चुने गए। ये देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के विद्यार्थी हैं। अधिकांश आइआइटी और एनआइटी के हैं। इन्होंने संस्थान के 20 विभिन्न विभागों में कार्य किया और विज्ञान, इंजीनियरिग, प्रबंधन और समाज विज्ञान के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अत्याधुनिक सैद्धांतिक, कम्प्युटेशनल और प्रायोगिक शोध कार्य किए। ऐसे कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं मशीन लर्निग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ), रोबोटिक्स, स्मार्ट ग्रिड, इंटरनेट आफ थिग्स (आइओटी), अक्षय ऊर्जा, ट्रैफिक मॉडलिग, स्मार्ट सिटीज और कचरा निपटान प्रबंधन। इसके अतिरिक्त कई अन्य प्रोजेक्टों में शामिल हैं प्रोडक्ट और प्रोटोटाइप डेवलपमेंट जो इनोवेवेशन और डिजाइन सेंटर के विशेष समर्थन प्राप्त प्रोजेक्ट हैं।
प्रत्येक वर्ग के सर्वश्रेष्ठ पोस्टर को किया पुरस्कृत
रुड़की : पोस्टर चार वर्गो (पूल्स) में विभाजित किए गए और प्रत्येक वर्ग के सर्वश्रेष्ठ पोस्टर को पुरस्कृत किया गया। आर्किटेक्चर और प्लानिग में डीआइसी के इंटर्न में सर्वश्रेष्ठ पोस्टर पुरस्कार सोनाली साहू को प्रदान किया गया। विजेता
पूल 1: सिविल इंजीनियरिग, ऑर्किटेक्चर एवं प्लानिग, भूकंप इंजीनियरिग, जल संसाधन विकास एवं प्रबंधन, जल विज्ञान, पनबिजली एवं अक्षय ऊर्जा- स्पंदन साहू
पूल 2: मानविकी एवं समाज विज्ञान, प्रबंधन विज्ञान, कागज प्रौद्योगिकी, जैव तकनीकी, रसायन इंजीनियरिग, रसायन विज्ञान- मेधा चक्रवर्ती
पूल 3: प्रायोगिक विज्ञान एवं इंजीनियरिग, मैकेनिकल एवं औद्योगिक इंजीनियरिग, मेटलर्जिकल एवं मटीरियल्स इंजीनियरिग- नीतिका मंडल
पूल 4: गणित, कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिग, विद्युत इंजीनियरिग, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशंस इंजीनियरिग, भौतिक विज्ञान- जागृति आहूजा
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