हरिद्वार में पुलिस ने संत का अंतिम संस्कार रोका, जानिए वजह
कनखल के एक आश्रम में वृद्ध संत ब्रह्मलीन हो गए। अंतिम संस्कार की तैयारियों के बीच उज्जैन से आए उनके गुरु भाई ने संदेह जताते हुए पुलिस को सूचना दे दी।
हरिद्वार, जेएनएन। कनखल के एक आश्रम में वृद्ध संत ब्रह्मलीन हो गए। अंतिम संस्कार की तैयारियों के बीच उज्जैन से आए उनके गुरु भाई ने संदेह जताते हुए पुलिस को सूचना दे दी। आश्रम पहुंची पुलिस ने संत के अंतिम संस्कार को रोक शव कब्जे में ले लिया। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद ही अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के मुताबिक कनखल के मोहल्ला लाटोवाली में स्वामी बेलराम उदासीन आश्रम है। रविवार की शाम आश्रम के संत सोमदास (70) ब्रह्मलीन हो गए। सोमवार की सुबह उनका अंतिम संस्कार किया जाना था। संतों की मौजूदगी में आश्रम में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया चल रही थी। इसी दौरान ब्रह्मलीन सोमदास के गुरु भाई श्यामदास उज्जैन से हरिद्वार पहुंचे।
उन्होंने कहा कि सोमदास की मृत्यु स्वाभाविक प्रतीत नहीं हो रही है। पुलिस को सूचना देकर उन्होंन पोस्टमार्टम की मांग की। सूचना पर कनखल के थानाध्यक्ष हरिओम राज चौहान आश्रम पहुंचे और शव का कब्जे में ले लिया। एसओ हरिओम राज चौहान ने बताया कि पोस्टर्माटम के बाद शव आश्रम को सौंप दिया गया है।
छह माह पहले बनाया था शिष्य
स्वामी सोमदास के ब्रह्मलीन होने को लेकर संत समाज में कई तरह की चर्चाएं बनी हुई हैं। लाटोवाली के साथ-साथ आनंदमयी पुलिया के पास भी आश्रम की एक शाखा स्थित है। आश्रम की देखरेख स्वामी सोमदास के हाथ में थी। बताया गया है कि उन्होंने करीब छह माह पहले एक शिष्य बनाया था। उनके गुरुभाई के शक की सुई शिष्य की तरफ भी बताई जा रही है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।
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