व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी
शहर से लेकर देहात तक कई व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा मानकों में लापरवाही बरत रही है।
जागरण संवाददाता, रुड़की : शहर से लेकर देहात तक कई व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी हो रही है। कहीं पर फायर सिस्टम नहीं है तो किसी ने दमकल विभाग से एनओेसी नहीं ली है। जबकि, कुछ व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में धड़ल्ले से घरेलू गैस सिलेंडर से रिफिलिंग किए गए सिलेंडरों का इस्तेमाल हो रहा है। जिसके चलते हादसों की आशंका बनी रहती है। मंगलौर में सिलेंडर फटने से हुए हादसे के बाद भी प्रशासन के अधिकारी गंभीरता नहीं दिखा रहे है।
रुड़की स्थित चाट बाजार में भी कई दुकानों में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की बजाए घरेलू गैस सिलेंडर का इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां ज्यादातर दुकानें एक-दूसरे से सटाकर लगाई गई हैं। हादसा होने की सूरत में यहां से दमकल वाहन का पहुंचना भी मुश्किल होगा। चाट बाजार की दुकानों में अग्नि सुरक्षा के उपकरण भी नहीं रखे गए हैं। देहात के कई बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में भी फायर सिस्टम गायब है।
आग लगने पर खुलती है मानकों की पोल
अक्टूबर माह में शहर के बीटी गंज स्थित एक भवन में आग लगी थी। इस बहुमंजिला भवन में दर्जनों दुकानें हैं। छत पर लगे टॉवर में लगी आग पर तो काबू पा लिया गया था, लेकिन बाद में पता चला कि टॉवर लगाने से पहले दमकल विभाग की एनओसी नहीं ली गई थी। शहर में इस तरह कई ऐसे व्यवसायिक भवन हैं, जहां एनओसी नहीं ली गई और मानकों की अनदेखी हो रही है। व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में मानकों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे प्रतिष्ठानों को चिन्हित करने के लिए शीघ्र ही बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जायेगा। अनदेखी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
नमामि बंसल, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की