नगर में लक्ष्य से पिछड़ रही पीएम आवास योजना
संवाद सूत्र लक्सर नगर में प्रधानमंत्री आवास योजना लक्ष्य से पिछड़ रही है। योजना के क्रियान्वयन क
संवाद सूत्र, लक्सर: नगर में प्रधानमंत्री आवास योजना लक्ष्य से पिछड़ रही है। योजना के क्रियान्वयन की गति बेहद धीमी होने के कारण जहां बड़ी संख्या में आवेदन लंबित हैं। वहीं चयनित आवेदकों को भी योजना के तहत मिलने वाली अंतिम किश्त के लिए पिछले करीब एक वर्ष से इंतजार करना पड़ रहा है।
प्रधानमंत्री आवास योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार किया जाता है। यह केंद्र सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं में शामिल है। इसके तहत वर्ष 2022 तक देश में आवासहीन सभी परिवारों को आवास उपलब्ध कराया जाना है। इसके तहत आवासहीन तथा सालाना छह लाख रुपये से कम आय वर्ग के परिवारों के लिए आवास का निर्माण कराने, नए मकान बनाने तथा पुराने मकानों की वृद्धि के लिए बैंक लोन व सीधे भी अनुदान दिया जा रहा है। लेकिन योजना के क्रियान्वयन की गति बेहद धीमी है। नगर पालिका क्षेत्र में वर्ष 2015 से अभी तक दो हजार से अधिक लोगों ने योजना के तहत आवेदन किया है। इनमें दो बार में करीब पांच सौ आवेदकों को चयनित कर उन्हें योजना के तहत दो किश्तों में अनुदान जारी किया गया, लेकिन पिछले करीब एक वर्ष से आवेदक अंतिम किश्त का इंतजार कर रहे हैं। इनमें कई लोगों का आवास निर्माण का कार्य धनाभाव में रुका हुआ है। इसके अलावा नगर पालिका प्रशासन की ओर से करीब छह माह पहले 347 आवेदकों की डीपीआर तैयार कर शासन को भेज दी थी। लेकिन इस पर भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। इसके अलावा भी पांच सौ से अधिक आवेदन अभी लंबित हैं। पालिका प्रशासन की ओर से छह माह पूर्व भेजी गई डीपीआर को स्वीकृति मिलने के बाद ही नए आवेदनों की डीपीआर तैयार करने के लिए इंतजार किया जा रहा है। नगर पालिका के ईओ गौहर हयात ने बताया कि केंद्र सरकार से योजना के तहत जारी होने वाले बजट में देरी से आवेदकों को अंतिम किश्त जारी नहीं हो सकी है। इस बाबत निदेशालय को पत्र भेजा गया है। इसके अलावा 347 आवेदकों की डीपीआर तैयार कर शासन को भेज दी गई है। इसे स्वीकृति मिलने के बाद नए आवेदनों की डीपीआर तैयार की जाएगी।