ठंड से बचाने को कागजों में तैयारी
जागरण संवाददाता हरिद्वार ठंड से बचाने को प्रशासन और निकायों की तैयारी अभी तक कागजों म
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: ठंड से बचाने को प्रशासन और निकायों की तैयारी अभी तक कागजों में ही दिख रही है। नगर निगम अलाव के लिए लकड़ी का इंतजाम भी नहीं कर पाया है। तो जिला प्रशासन तहसीलों के माध्यम से कंबल बांटने की संख्या तक तय नहीं कर सका है।
कड़ाके की ठंड से बचाने को हर साल नगर निगम शहरी क्षेत्र में अलाव जलवाता है। अभी तक निगम प्रशासन अलाव के लिए न तो लकड़ी का इंतजाम कर पाया है और न ही नये परिसीमन में वार्ड बढ़कर 30 से बढ़कर 60 होने पर अलाव के स्थानों की संख्या तय है। निगम में अलाव व्यवस्था देख रहे ओमप्रकाश मौर्या कहते हैं अलाव को 700 कुंतल लकड़ी की जरूरत है। कोटद्वार, चिड़ियापुर, रायवाला रेंज में लकड़ी न मिलने पर कोटेशन निकाला गया है, जो फर्म तय होगी उसके माध्यम से लकड़ी आपूर्ति होने पर अलाव जलेगा। पिछले साल 30 स्थानों पर अलाव जला था। अब वार्ड की संख्या 30 से बढ़कर 60 होने पर कितनी जगह अलाव जलेगा इस पर अधिकारियों के निर्देश का पालन किया जाएगा।
दूसरी ओर जिला प्रशासन के माध्यम से सभी चारों तहसीलों के माध्यम से कंबल का वितरण करने को कंबलों की संख्या भी फाइनल नहीं हो पाई है। इससे कंबल वितरण कब शुरू होगा इस पर संशय बना है। रैन बसेरे में अलाव का इंतजार, बल्ब भी खराब
नगर निगम के अधीन रोड़ीबेलवाला में महिलाओं के लिए भारत स्काउट एंड गाइड्स के माध्यम से संचालित रैन बसेरे में कंबल, गद्दा ही रखा है। हाल में लगा बिजली का बल्ब भी खराब है, जिससे शाम ढलने पर अंदर अंधेरा हो जाता है। रैन बसेरे में मिली राजकुमारी ने बताया अलाव न जलने से रात में ठंड से मुश्किल हो रही है। व्यवस्था की निगरानी करने वाली मीरा ने बताया कंबल गद्दे हैं लेकिन हाल में बल्ब खराब है। हर साल ठंड से बचाने को कंबल वितरण तहसीलों के माध्यम से कराया जाता है। ठंड बढ़ने पर तहसीलों के डिमांड के आधार पर तहसील प्रशासन के माध्यम से कंबल वितरण कराया जाएगा।
केके मिश्र, अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व