.श्रद्धापूर्वक मनाया गया अष्टमी पर्व, कन्याओं को जिमाने के साथ दिए उपहार
जागरण संवाददाता हरिद्वार। शनिवार को अष्टमी के दिन श्रद्धालुओं ने घरों में कन्या पूजन किया।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। शनिवार को अष्टमी के दिन श्रद्धालुओं ने घरों में कन्या पूजन किया। कन्याओं को भोजन ग्रहण कराने के बाद चुनरी और उपहार आदि भेंट किए। अष्टमी तिथि शनिवार सुबह भी थी, जबकि दोपहर बाद नवमी तिथि शुरू होने कारण कई श्रद्धालुओं ने नवमी का भी पूजन किया। ज्वालापुर के ज्योतिषाचार्य पंडित शक्तिधर शर्मा शास्त्री के अनुसार, सनातन धर्म में तिथि का आरंभ सूर्योदय से माना जाता है, इसलिए अधिकांश जगह खासकर मठ-मंदिर और आश्रमों में नवमी तिथि यानि रामनवमी रविवार 14 अप्रैल को ही मनाई जाएगी। इस दिन बैसाखी का पर्व भी उल्लास के साथ मनाया जाएगा।
धर्मनगरी में सुबह से ही अष्टमी को लेकर उत्साह का माहौल था। श्रद्धालुओं ने सुबह-सवेरे मठ-मंदिरों, आश्रमों और घरों पर कन्याओं का पूजन किया। उन्होंने कन्याओं का अभिनंदन कर पूजा-अर्चना की। उनका तिलक कर भोजन ग्रहण करवाने के बाद चुनरी, उपहार, वस्त्र इत्यादि भेंट किए। साथ ही श्रद्धालुओं ने अपनी-अपनी सामर्थ्य के अनुसार कन्याओं को दक्षिणा दी। मां भगवती से घर-परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की गई। माया देवी मंदिर, चंडी देवी मंदिर, दक्षिण काली मंदिर, प्राचीन काली मंदिर, सुरेश्वरी देवी मंदिर, मनसा देवी मंदिर, मां बगला मुखी मंदिर आदि सिद्धपीठों और मंदिरों में श्रद्धालुओं की खासी भीड़ रही।