हल्द्वानी,, आतंकवादियों के खात्मे को बने मुस्लिम रेजीमेंट
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: पुलवामा आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ जवानों की शहादत के बाद दे
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: पुलवामा आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ जवानों की शहादत के बाद देश भर में आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठ रही है। हरिद्वार के मुस्लिम समुदाय ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर आतंकवादियों से निपटने के लिए मुस्लिम रेजीमेंट बनाने की मांग की है। मुस्लिम युवाओं का कहना है कि गोरखा, जाट व सिख रेजीमेंट की तरह मुस्लिम रेजीमेंट का गठन भी होना चाहिए, जिसमें मुस्लिम युवाओं को तरजीह दी जाए और इस रेजीमेंट को खासतौर पर आतंकवाद का खात्मा करने और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने में लगाया जाए।
यूनाइटेड मुस्लिम मूवमेंट अगेंस्ट टेरिरिज्म के फाउंडर शारिक अफरोज ने कहा कि अब समय आ गया है कि आतंकवाद से लड़ने के लिए एक मुस्लिम रेजीमेंट बना दी जाए। आतंकवादियों ने इस्लाम का नाम लेकर म•ाहब को बदनाम किया है। अब केवल यही रास्ता ¨हदुस्तान के सच्चे मुसलमान के पास है कि वो भारतीय सेना के उस जत्थे का हिस्सा बने जो इन आतंकियों और इनके आकाओं का जड़ से सफाया करे। आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शारिक अफरोज ने कहा कि मुस्लिम रेजीमेंट आतंकियों का सफाया करेगी तो देशभक्ति और इस्लाम की सच्ची मिसाल कायम होगी। शारिक अफरोज की ओर से पीएम मोदी को इस बारे में चिट्ठी भेजी है। वहीं ज्वालापुर निवासी फराज सिद्दीकी, शिराज अहमद, शाहवेज आलम, मुनव्वर कुरैशी, अरशद ख्वाजा ने भी मुस्लिम रेजीमेंट बनाने की पुरजोर मांग उठाते हुए कहा कि ¨हदुस्तान का मुसलमान आतंक और आतंकियों से गहरी नफरत करता है। धर्म की आड़ लेकर लोगों को मारने वाले इस्लाम के दुश्मन हैं।
अकबर खान, शौकीन अहमद, जाकिर अली, चांद मुबारक आदि ने कहा कि इस्लाम में फिजूल पानी बहाने की इजाजत भी नहीं दी गई है। जो लोग इंसानों का खून बहाते हैं, उनका इस्लाम से कोई ताअल्लुक नहीं हो सकता। तस्लीम अहमद, शाहवेज अंसारी, फारूक अंसारी व डा. अरशद का कहना है कि आतंकवादी देश के साथ-साथ इस्लाम के भी दुश्मन हैं, इन आतंकियों को सबक सिखाने में मुस्लिम युवा सक्षम है। लिहाजा मुस्लिम रेजीमेंट बनाकर आतंकियों को नेस्तानाबूद करना चाहिए।