चुनाव पैकेज,,नये क्षेत्रों के मतदाताओं को लुभाने में जुटे प्रत्याशी
संवाद सहयोगी रुड़की चुनाव चिह्न आवंटित होने के साथ ही प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार तेज कर
संवाद सहयोगी, रुड़की: चुनाव चिह्न आवंटित होने के साथ ही प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। प्रत्याशी निगम के पुराने क्षेत्र की अपेक्षा फिलहाल नये क्षेत्रों को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं। नये क्षेत्र के करीब 45 हजार मतदाता अभी तक केवल ग्राम प्रधान ही चुनते आए थे। अब वह पहली बार निगम चुनाव में प्रतिभाग कर महापौर और पार्षद के चुनाव में मतदान करेंगे।
वर्ष 2013 में नगर पालिका रुड़की को नगर निगम का दर्जा देते हुए पहली बार निगम के चुनाव हुए थे। हालांकि उस समय केवल 20 ही वार्ड थे, जिसमें करीब 96 हजार मतदाता थे। वर्ष 2015 में सरकार ने रामपुर, पाडली, शफीपुर, सलेमपुर, खंजरपुर, शेरपुर, सुनहरा ग्राम पंचायत को नगर निगम का हिस्सा बनाया था। इतना ही नहीं इब्राहिमपुर ग्राम पंचायत के मतलबपुर गांव को भी रुड़की नगर निगम में शामिल कर दिया गया था। इस बीच, तमाम कानूनी दांव-पेच चलते रहे। पिछले दिनों रामपुर व पाडली गांव को बाहर कर दिया गया। साथ ही नये क्षेत्र मोहनपुरा, साउथ सिविल लाइंस एवं आसफनगर आदि को आंशिक रूप से जोड़ दिया गया। नये क्षेत्रों के जुड़ने से करीब 45 हजार नये मतदाता नगर निगम चुनाव में हिस्सा लेंगे। ऐसे में महापौर का चुनाव लड़ रहे अधिकांश प्रत्याशियों का जोर नये क्षेत्रों में ही है। सुबह से लेकर देर रात तक इन क्षेत्रों में प्रचार किया जा रहा है। जानकारों की मानें तो अधिकांश प्रत्याशी पुराने शहर का मिजाज तो जानते हैं, लेकिन नये क्षेत्रों को लेकर उनके मन में संदेह है। अधिकांश मतदाता ग्रामीण पृष्ठभूमि के है। अधिकांश प्रत्याशियों का जोर इन मतदाताओं को लुभाने पर ही है। महापौर प्रत्याशी इन क्षेत्रों में कई बैठकें भी कर चुके हैं।