कुंभ पुलिस ने मानव श्रृंखला से मास्क बनाकर रचा इतिहास
कुंभ मेला पुलिस कोविड काल की तमाम चुनौतियों के बीच कई मोर्चो पर खुद का साबित कर रही है। बुधवार को मेला पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने मानव श्रृंखला बनाकर श्रद्धालुओं को कोविड गाइडलाइन का पालन करने का संदेश दिया।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: कुंभ मेला पुलिस कोविड काल की तमाम चुनौतियों के बीच कई मोर्चो पर खुद का साबित कर रही है। बुधवार को मेला पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने मानव श्रृंखला बनाकर श्रद्धालुओं को कोविड गाइडलाइन का पालन करने का संदेश दिया। कुंभ क्षेत्र में हुए इस विशाल आयोजन को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज करने के लिए भी टीम हरिद्वार पहुंची।
गौरीशंकर पार्किंग स्थल में सुगम कुंभ-सुरक्षित कुंभ के ध्येय को धरातल पर उतारने के लिए मेला आइजी संजय गुंज्याल के निर्देशन में जवानों ने मानव श्रृंखला बनाकर मास्क की आकृति बनाई। जवानों ने दो गज दूरी-मास्क है जरूरी का संदेश दिया। इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड की ओर से हरिद्वार पहुंचे जज वीरेंद्र सिंह और समन्वयक संदीप विश्नोई ने कहा कि यह मास्क आकृति इतिहास में सबसे बड़ी मानव सृजित मास्क आकृति है। जिसे इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया जाएगा। मेला आइजी संजय गुंज्याल ने कहा कि रिकॉर्ड बनना सर्वोत्तम तथ्य नहीं है, रिकॉर्ड बनते ओर टूटते रहते हैं। वैश्विक कोविड संकट दौर में मास्क का महत्व और आवश्यकता के संदेश को कुंभ में आने वाले हर श्रद्धालु और जनमानस तक पहुंचाना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। मास्क आकृति में कुंभ मेला पुलिस, एसडीआरएफ, उत्तराखंड पुलिस, पीएसी, एटीएस, उत्तर प्रदेश पीएसी, राजस्थान होमगार्ड, सीआरपीएफ, आइटीबीपी, सीआइएसएफ, बीएसएफ, एनएसजी, एसएसबी के कुल 5077 जवान शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी प्रखर महाराज, स्वामी गिरिशानंद, मेला एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी, एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस, कुंभ मेला एसपी सुरजीत सिंह पंवार, सीओ प्रकाश देवली आदि मौजूद रहे।