दुकान का सामान फुटपाथ पर, पैदल की राह नहीं
जागरण संवाददाता हरिद्वार शहर में अतिक्रमण की समस्या नासूर बनी है। बीते साल सितंबर-अक्टूब
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: शहर में अतिक्रमण की समस्या नासूर बनी है। बीते साल सितंबर-अक्टूबर में जिन स्थानों को अतिक्रमण मुक्त कराया था उनमें कई स्थानों पर दोबारा अतिक्रमण हो गया है। अतिक्रमण करने वालों ने फुटपाथों को भी नहीं छोड़ा है। फल-सब्जी की ठेलियों से लेकर अस्थायी खान पान की दुकानें खुल गई हैं। इससे पैदल चलने की भी गुंजाइश इन मार्गो पर नहीं है।
हाईकोर्ट के आदेश पर जिला प्रशासन ने बीते साल सितंबर-अक्टूबर में अतिक्रमण के विरुद्ध प्रभावी अभियान चलाया था। कनखल, ज्वालापुर और मध्य हरिद्वार में छिटपुट विरोध के बीच सभी कच्चे पक्के अवैध निर्माण ध्वस्त करा दिये थे। नाले नलियों पर स्लैब डाल किये अतिक्रमण को भी प्रशासन ने ढहा दिया था। इसके बाद हुए निकाय चुनाव में प्रशासन के व्यस्त होते ही दोबारा से सड़क और फुटपाथों पर अतिक्रमण हो गया। रोडवेज बस अड्डे, ललतारौ पुल, रेलवे स्टेशन आदि क्षेत्रों में फुटपाथों पर खाने-पीने की चीजें बेचने वालों ने रेहड़ी, ठेली के साथ ही झोपड़ीनुमा दुकानें बना रखी हैं। यही नहीं ग्राहकों के बैठने के लिए बकायदा बेंच, कुर्सियां और टेबल भी डाल रखी है। सड़कें संकरी होने से जाम की समस्या बन रही है। हालांकि कांवड़ मेला आदि के दौरान अतिक्रमण के विरुद्ध अभियान चला लेकिन दोबारा प्रभावी अभियान की दरकार है।
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वर्जन
अतिक्रमण चिह्नित कर अभियान चलाया जाएगा। नाले नालियों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाने वालों के विरुद्ध भी कार्रवाई होगी।
उत्तम सिंह नेगी, सहायक नगर आयुक्त, नगर निगम, हरिद्वार