तीन साल बाद इकबालपुर सहकारी गन्ना विकास समिति में चुनाव की प्रकिया शुरू
इकबालपुर सहकारी गन्ना विकास समिति में चुनाव प्रक्रिया आखिरकार तीन साल बाद शुरू हो गई है। कोर्ट के आदेश पर निर्वाचित क्षेत्र में शामिल ग्राम सभाओं की सूची जारी कर दी गई है।
जागरण संवाददाता, रुड़की : इकबालपुर सहकारी गन्ना विकास समिति में चुनाव प्रक्रिया आखिरकार तीन साल बाद शुरू हो गई है। कोर्ट के आदेश पर निर्वाचित क्षेत्र में शामिल ग्राम सभाओं की सूची जारी कर दी गई है। सूची पर किसान सदस्यों की सात दिन के अंदर आपत्तियां मांगी गई हैं।
इकबालपुर सहकारी गन्ना विकास समिति में डेलीगेट, डायरेक्टर और अध्यक्ष पद के लिए वर्ष 2014 में आखिरी बार चुनाव हुए थे। वर्ष 2019 में कार्यकारिणी का कार्यकाल समाप्त हो गया था। उस दौरान लिब्बरहेड़ी, लक्सर और ज्वालापुर समितियों में चुनाव संपन्न करा दिए गए थे, लेकिन इकबालपुर चीनी मिल की ओर से वर्ष 2017-18 का भुगतान नहीं होने पर गन्ना विकास समिति से जुड़े करीब 33 हजार किसानों में से करीब 2900 किसान डिफाल्टर हो गए थे। ऐसे में ये किसान चुनाव प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सके थे। इसके चलते ही इकबालपुर गन्ना विकास समिति में सुशील चौधरी को प्रशासक नियुक्त कर दिया गया था। सुशील चौधरी दो साल तक प्रशासक नियुक्त रहे। वहीं, इसके बाद अमन त्यागी को प्रशासक नियुक्त किया गया। इसी बीच समिति चुनाव का मामला कोर्ट पहुंच गया। अब करीब तीन साल बाद कोर्ट के आदेश के बाद गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग ने समिति में शामिल निर्वाचित क्षेत्रों और इन क्षेत्रों में शामिल ग्राम सभाओं के नामों का अनंतिम प्रकाशन कर दिया है। साथ ही किसानों से आपत्ति मांगी गई है। इसे लेकर किसान सात दिन के भीतर अपनी आपत्ति दे सकते हैं। इन सभी आपत्तियों का सूची प्रकाशित होने के 13वें दिन गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग काशीपुर में निस्तारण होगा। गन्ना समिति सचिव कुलदीप तोमर ने बताया कि चुनाव की प्रक्रिया शुरू की गई है।