हरमिलाप मिशन अस्पताल को मिला आर्थो सर्जन
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: देर से ही सही हरमिलाप मिशन जिला अस्पताल को एक आर्थो सर्जन मिल ग
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: देर से ही सही हरमिलाप मिशन जिला अस्पताल को एक आर्थो सर्जन मिल गया है। रुड़की जिला अस्पताल के आर्थो सर्जन पीके दुबे को अग्रिम आदेश तक जिला अस्पताल से संबद्ध किया गया है। आर्थो सर्जन मिलने से अब मरीजों को इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा।
डॉक्टरों की कमी और आर्थो सर्जन के छह माह के स्टडी लीव पर जाने से पिछले करीब दो महीने से अस्पताल में आ रहे मरीजों को बैरंग लौटना पड़ रहा था। जागरण ने शुक्रवार के अंक में 'हड्डी टूटे तो सरकार अस्पताल न जाना' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। जिसमें बताया गया था कि आर्थो सर्जन न होने से मरीजों को या तो प्राइवेट अस्पतालों में जाना पड़ रहा है, या फिर देहरादून का रुख करना पड़ रहा है। खबर का संज्ञान लेते हुए सीएमओ ने रुड़की के आर्थो सर्जन पीके दुबे को अग्रिम आदेश तक जिला अस्पताल से संबद्ध कर दिया है। बता दें कि जिला अस्पताल में पहले दो आर्थो सर्जन थे। फरवरी में वरिष्ठ आर्थो सर्जन डॉ. ज्योति बोहरा के सेवानिवृत्त होने के बाद एकमात्र आर्थो सर्जन डॉ. शिवम पाठक ही रह गए। नवंबर अंत में वह भी छह माह की स्टडी लीव पर चले गए। इसके बाद से जिला अस्पताल के आर्थो सर्जन कक्ष पर ताला लग गया। जिला मुख्यालय के दूसरे राजकीय मेला अस्पताल में भी दो वर्ष पहले तैनात आर्थो सर्जन के गैर जनपद तबादले के बाद यहां भी मरीजों को निराशा हाथ लगती है।
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आर्थो सर्जन के छह महीने के स्टडी लीव पर जाने से आर्थो कक्ष बंद है। सीएमओ ने रुड़की संयुक्त चिकित्सालय के आर्थो सर्जन प्रमोद कुमार दुबे को संबद्ध कर दिया है। आदेश मिल गया है। उनके आते ही मरीजों को चिकित्सा सुविधा मिलने लगेगी।
डॉ. राजकुमार, प्रभारी अधीक्षक हरमिलाप जिला चिकित्सालय
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जिला अस्पताल में आर्थो सर्जन के न रहने को देखते हुए रुड़की के आर्थो सर्जन को अग्रिम आदेश तक संबद्ध कर दिया गया है। जिले में डॉक्टरों के रिक्त पदों की जानकारी शासन और डीजी हेल्थ को देकर चिकित्सकों की तैनाती का अनुरोध किया है। नये डाक्टरों के आने पर उनको विभिन्न अस्पतालों में तैनात किया जाएगा। ताकि मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके।
डॉ. प्रेमलाल, सीएमओ