कैद होकर रह गए शहरवासी, अस्पताल, बाजार जाना मुश्किल
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: एक तरफ धर्मनगरी में बोल बम की गूंज है तो दूसरी तरफ डाक कांव
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: एक तरफ धर्मनगरी में बोल बम की गूंज है तो दूसरी तरफ डाक कांवड़ और अन्य कांवड़ यात्रियों के सैलाब ने स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ाई। ऐसे में ज्यादातर लोगों ने घर से निकलना ही मुनासिब नहीं समझा। कुछ लोग निकले तो उन्हें जाम का शिकार होना पड़ा। सबसे बुरी स्थिति कनखल, उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र के वा¨शदों को झेलनी पड़ी।
मंगलवार से डाक कांवड़ यात्रियों का रेला लगातार धर्मनगरी की ओर आवागमन कर रहा है। चौबीस घंटे बस सड़कों पर कांवड़ यात्रियों का ही रेला दिखा। हाईवे पर शंकराचार्य चौक से लेकर पुल जटवाड़ा तक हर ओर केसरिया रंग का सैलाब ही दिख रहा था। कनखल, अपर रोड, उत्तरी हरिद्वार के स्थानीय वा¨शदों को सड़क पार करने के लिए घंटों तक खड़ा रहना पड़ा। लोगों के वाहन भी नहीं निकल पा रहे थे। ¨सहद्वार से होकर लक्सर रोड की ओर से आने जाने वाले कांवड़ के रंग से सर्वप्रिय विहार, विष्णु गार्डन, कृष्णानगर, अभिषेक नगर, वाल्मीकि बस्ती, दादूबाग, पहाड़ी बाजार, ज्वालापुर, उत्तरी हरिद्वार में भूपतवाला, खड़खड़ी, भीमगोड़ा क्षेत्र के वा¨शदे सबसे अधिक परेशानी में रहे। लोगों को बाजार और जिला अस्पताल, मेला अस्पताल, महिला अस्पताल आने जाने के लिए कई बार सोचना पड़ा। कीचड़ व गंदगी के चलते सड़क की हालत खस्ता हो गई। जिसका फायदा उठाकर ई रिक्शा, आटो रिक्शा चालकों ने मनमाना किराया वसूला। सब्जियों के दाम बढ़े-
यात्रा के चलते मंडी में बड़े वाहनों की आवाजाही ठप होने से बाहर के व्यापारियों की सब्जियां आलू, प्याज, टमाटर, गोभी, परवर, मटर आदि आवक न होने से स्थानीय चौक चौराहों पर सब्जियों के दाम पहाड़ चढ़ने लगे। आलू तीस रूपये प्रतिकिलो, टमाटर 100 से 120 रूपये किलो, तोरई 60-70, मटर 140, हरी मिर्च सौ रूपये किलो, बैगन साठ रूपये किलो के भाव से बिक रहा है।