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फोटो-14,, खुद को आइपीएस बता रहा ठग धरा

जागरण संवाददाता हरिद्वार खुद को आइपीएस अधिकारी बताकर राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) से ठ

By JagranEdited By: Published: Sat, 09 Mar 2019 07:25 PM (IST)Updated: Sat, 09 Mar 2019 07:25 PM (IST)
फोटो-14,, खुद को आइपीएस बता रहा ठग धरा
फोटो-14,, खुद को आइपीएस बता रहा ठग धरा

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: खुद को आइपीएस अधिकारी बताकर राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) से ठगी करने वाले एक ठग को जीआरपी हरिद्वार ने गिरफ्तार किया है। उससे खिलौना पिस्टल, सेना की वर्दी और फर्जी आइकार्ड भी बरामद हुए हैं। वह मूल रूप से बिहार का रहने वाला है और अलग-अलग राज्यों में घूमकर ठगी करता था। हरिद्वार जीआरपी थाने में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।

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जीआरपी के अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कात्याल ने पुलिस को रेलवे स्टेशन पर संदिग्धों की चेकिंग करने के निर्देश दिए थे। जीआरपी थानाध्यक्ष अनुज सिंह शनिवार को हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर टीम के साथ संदिग्धों की चेकिग कर रहे थे। तभी पिट्ठू बैग लेकर घूम रहे एक युवक के स्वेटर के नीचे पिस्टल नजर आने पर टीम ने उसे रोक लिया। उसने बताया कि वह वर्ष 2016 बैच का आइपीएस है और वर्तमान में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में तैनात है। युवक ने बकायदा फर्जी आइकार्ड भी दिखाया। आइकार्ड व चाल-ढाल देखकर पुलिस को शक हो गया और थाने लाकर उसकी तलाशी ली। खिलौना पिस्टल बरामद होने से पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो युवक टूट गया। उसने बताया कि वह फर्जी आइपीएस बनकर ठगी करता है। युवक ने बताया कि वह खुद जीआरपी थाने आने वाला था। उसकी प्लानिग थी कि आइपीएस अधिकारी का रौब दिखाते हुए पुलिसकर्मियों से टिकट आदि बुक करवाता। आरोपित ने अपना नाम रितेश राजपूत पुत्र राजेश सिंह निवासी ग्राम चंदनपुर, थाना विलोथू, जिला रोहताश, बिहार बताया। उसके बैग से आर्मी की वर्दी, जैकेट, समान चिह्न, फर्जी आइकार्ड, एक जोड़ी जंगल शूज, दो मोबाइल फोन व जीडी सोल्जर कैप आदि सामान बरामद हुआ।

जीआरपी पुलिस अधीक्षक रोशन लाल शर्मा ने पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये का इनाम भी दिया है।

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अक्सर पुलिस को बनाता था शिकार

हरिद्वार: फर्जी आइपीएस रितेश राजपूत अक्सर रेलवे पुलिस को ठगी का शिकार बनाता था। पूछताछ में उसने बताया कि कुछ दिन पहले वह लखनऊ रेलवे स्टेशन पहुंचा और जीआरपी थाने को सामान चोरी होने की झूठी सूचना दी। सामान न मिलने पर रेलवे पुलिस पर रौब गालिब किया कि एक आइपीएस अधिकारी का सामान सुरक्षित नहीं है तो आम यात्री का क्या होगा। प्रभाव में आए पुलिसकर्मियों ने मुकदमा दर्ज करने के साथ-साथ खोए हुए सामान की कीमत भी अदा की। रितेश इसी तरह कई बार पुलिसकर्मियों को चूना लगा चुका है।


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