गीता के उपदेश से होता है नवजीवन का संचार: साध्वी सौम्या
संवाद सहयोगी रुड़की दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से रामनगर रामलीला मैदान में आयोजित श्र
संवाद सहयोगी, रुड़की: दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से रामनगर रामलीला मैदान में आयोजित श्रीकृष्ण कथा के चौथे दिन कथा व्यास साध्वी सौम्या भारती ने गीता के उपदेशों का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि गीता के उपदेश सुनने मात्र से ही मानव जीवन में नवजीवन का संचार होता है। गीता के उपदेश मानव को अच्छे कर्म करने के लिए प्रेरित करते हैं।
प्रवचन सुनाते हुए सध्वी सौम्या भारती ने बताया कि मनुष्य को केवल कर्म पर ध्यान देना चाहिए। अच्छे कर्म करते रहें। कोई भी ऐसा कार्य न करें जिससे किसी को कोई कष्ट पहुंचे। मनुष्य जो भी कर्म करता है उसका फल उसे अवश्य मिलता है। गीता में भी श्रीकृष्ण ने कहा है कि कर्म करते रहे फल की इच्छा न करें। इसी प्रकार से लालच, मोह माया के लोभ से मनुष्य में मानवता का हृास होता है। यही मानव के पतन का कारण है। दूसरों की तुलना खुद से न करें। उन्होंने कहा कि गीता के उपदेशों को पढ़े और सुनें, साथ ही उनको जीवन में उतारने का प्रयास करें। ऐसा करने पर सारे दुख स्वयं ही समाप्त हो जाएंगे। इस मौके पर स्वामी प्रेम प्रकाशानंद, पूर्व एमएलसी चौधरी गजे सिंह, चौधरी कुलबीर सिंह, अरविद कश्यप, सुरेश, प्रदीप सचदेवा एवं देशराज आदि मौजूद रहे।