इस समय फसलों के लिए उपयुक्त है मौसम
जागरण संवाददाता, रुड़की : बुधवार को एकाएक मौसम का मिजाज बदल गया। बूंदाबांदी के साथ ही शी
जागरण संवाददाता, रुड़की : बुधवार को एकाएक मौसम का मिजाज बदल गया। बूंदाबांदी के साथ ही शीतलहर भी चली। उधर, मौसम एवं कृषि विशेषज्ञों के अनुसार यह मौसम फसल के लिहाज से उपयुक्त है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के जल संसाधन विकास एवं प्रबंधन विभाग में संचालित ग्रामीण कृषि मौसम सेवा परियोजना के नोडल अधिकारी डॉ. आशीष पांडेय ने बताया कि पूर्वानुमान के मुताबिक 12 व 13 दिसंबर को बादल छाए रहने और कुछ स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। 14 से 16 दिसंबर तक रात के तापमान में गिरावट होने का अनुमान है। जबकि 15 व 16 दिसंबर को सुबह को कोहरा रह सकता है। लेकिन बाद में मुख्यतया आसमान साफ हो जाएगा। ग्रामीण कृषि मौसम सेवा परियोजना के तकनीकी अधिकारी डॉ. अरविंद श्रीवास्तव के अनुसार वर्तमान मौसम रबी सीजन की फसलों जैसे- गेहूं, चना, सरसों, आलू व गन्ना के लिए अनुकूल है। उन्होंने बताया कि समय से बोए गए गेहूं में कल्ला निकलने की अवस्था चल रही है। इस समय कम तापक्रम कल्ले निकलने में सहायक होता है। इसी प्रकार अ¨सचित क्षेत्रों में सिंचाई की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध नहीं है वहां कोहरा व हल्की बूंदाबांदी मृदा में पर्याप्त नमी बनाये रखने में सहायक होगी। यदि बादल व कोहरे की स्थितियां दिन भर बनी रहती हैं और इससे धूप प्रभावित होती है तो ऐसे में सरसों व सब्जी की फसल में कीट-व्याधि का प्रकोप बढ़ने की संभावना अधिक रहती है। डॉ. श्रीवास्तव के अनुसार ऐसे में किसानों को सलाह है कि पशुओं को पशुशाला में रखें।वहीं सब्जी के फसल की नियमित निगरानी करते रहें और रोग-कीट का लक्षण दिखाई देने पर अविलंब नजदीकी पशु चिकित्सक से संपर्क करें