फर्जी नियुक्ति मामला में पीआरडी के पाले में गेंद
जागरण संवाददाता, रुड़की : लक्सर गन्ना समिति में हुई पर्ची वितरकों की भर्ती के मामले में जांच अ
जागरण संवाददाता, रुड़की : लक्सर गन्ना समिति में हुई पर्ची वितरकों की भर्ती के मामले में जांच अधिकारी ने जांच करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि पूरी जांच युवा कल्याण विभाग के पत्र पर ही टिकी है। इसलिए पत्र की सत्यता की जांच जरूरी है। गन्ना विभाग ने अब पीरआडी के पाले में गेंद डाल दी है। वहीं जांच में हो रही देरी पर गन्ना आयुक्त ने नाराजगी जताई है।
लक्सर गन्ना समिति में पिछले वर्ष पीआरडी के दस जवानों को पर्ची वितरक के रूप में भर्ती किया गया था। नियमों को दरकिनार कर गन्ना समिति बोर्ड के सदस्यों के रिश्तेदार और सगे-संबंधियों को ही भर्ती किया गया। शिकायत मिलने पर गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने पूरी भर्ती को ही निरस्त कर जांच के निर्देश दिए थे। गन्ना आयुक्त ने मामले की जांच लिब्बरहेड़ी गन्ना समिति के ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक आशीष नेगी को सौंपी थी। ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक ने चार दिन पहले ही इस जांच को वापस सहायक गन्ना आयुक्त को भेज दिया है। उन्होंने जांच रिपोर्ट में बताया कि पूरी नियुक्ति युवा कल्याण विभाग के एक पत्र से हुई है। यदि यह पत्र सही है तो ठीक है। यदि यह पत्र गलत है तो नियुक्तियां गलत हैं। चूंकि जिला युवा कल्याण अधिकारी जिला स्तर के अधिकारी है। इसलिए इस मामले में जिला स्तर का अधिकारी ही जांच कर सकता है। इस पर सहायक गन्ना आयुक्त शैलेन्द्र ¨सह ने जिला युवा कल्याण अधिकारी को पत्र भेजकर लक्सर ब्लॉक से जारी किए गए पत्र की सत्यता के बारे में जानकारी मांगी है। दूसरी ओर जिला युवा समाज कल्याण अधिकारी रमेश चंद्र ने कहा कि इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच हो रही है। इसलिए वह अपने स्तर से कोई जांच नहीं कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर गन्ना आयुक्त ने जांच में हो रही देरी पर कड़ी नाराजगी जताते हुए सहायक गन्ना आयुक्त से मामले की रिपोर्ट जल्द देने को कहा है।