स्वदेशी माल को बढ़ावा देने को मेला एक से
आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के उद्देश्य से स्वदेशी माल
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के उद्देश्य से स्वदेशी माल के इस्तेमाल व बिक्री को बढ़ावा देने की नीयत से हरिद्वार में 1 से 14 नवंबर तक आत्मनिर्भरता मेला का आयोजन किया जा रहा है। मेले के आयोजन व तैयारियों को लेकर सोमवार को कलक्ट्रेट में बैठक कर जिलाधिकारी ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री का सपना आत्मनिर्भर भारत बनाने का है, उसी संदर्भ में राज्य को आत्मनिर्भर बना अपना योगदान देने को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर जिला प्रशासन शहर के विभिन्न क्षेत्रों में एक से 14 नवंबर तक कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुये आत्मनिर्भर मेला आयोजित कराने जा रहा है। जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने बताया कि मेले की खासियत यह होगी कि मेले में केवल स्वदेशी सामान की ही बिक्री होगी, विदेशों से आयातित कोई भी सामान इसमें नहीं बिकेगा। मेले के लिए सभी स्टॉल निश्शुल्क आवंटित किए जाएंगे। इस मेले का मुख्य उद्देश्य निचले तबके की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना और उनके कारोबार को बढ़ावा देना है। बताया कि अधिकारियों से शहर के विभिन्न इलाकों में मेला आयोजित हो सकने वाले स्थलों के बारे में मिली जानकारी के अनुसार इसे नगर निगम कांपलेक्स, नेहरु स्टेडियम, ऋषिकुल मैदान, भूपतवाला, बीएचइएल सेक्टर-3 व 4 को चिह्नित किया है। बैठक में मेले के आयोजन के लिए प्रायोजक तलाशने, दीपावली को देखते हुये मेले में दीये, खादी का सामान, मोमबत्ती, देशी डेकोरेशन का सामान, देशी झालर-लाइट, स्वयं सहायता समूह के बनाए सामान व खानपान के स्टाल लगाए जाएंगे। पटाखों की बिक्री के बारे में विचार किया जा रहा है पर, केवल स्वदेशी पटाखों की ही बिक्री होगी। जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने मेले में कृषि-उद्यान और जैविक खेती से जुड़ी जानकारी और उसके उत्पादों के स्टॉल भी लगाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम हरिद्वार एवं रुड़की, बीएचईएल, सिडकुल के अधिकारी व स्वयं सहायता समूह के प्रतिनिधि मौजूद थे।