बाहर का गन्ना रोकने को बनेगी संयुक्त टीम
जागरण संवाददाता, रुड़की: इस बार बाहर का गन्ना रोकने की जिम्मेदारी केवल गन्ना विभाग की नह
जागरण संवाददाता, रुड़की: इस बार बाहर का गन्ना रोकने की जिम्मेदारी केवल गन्ना विभाग की नहीं रहेगी। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की ओर से कई विभागों के कर्मचारियों को मिलाकर एक टीम गठित करने का निर्णय लिया गया है। जल्द इस संबंध में एक बैठक भी बुलाई जाएगी।
पिछले साल बाहरी गन्ने की खरीद पर जमकर हंगामा हुआ। लिब्बरहेड़ी मिल पर सबसे अधिक बाहर का गन्ना खरीदने के आरोप लगे। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल ने भी दर्जन भर से अधिक ट्रैक्टर-ट्रालियों को पकड़ा था। किसान लगातार मांग कर रहे हैं कि गन्ना विभाग की ओर से बनाए गए सचल दस्ते बाहर का गन्ना खरीदने में पूरी तरह से निष्प्रभावी है। अधिकांश गन्ना विभाग के कर्मचारियों का चीनी मिलों से अच्छा समन्वय रहता है। इसलिए वह कार्रवाई करने से बचते हैं। इसको देखते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने इस साल से कई विभागों के कर्मचारियों को मिलाकर सचल दस्ते बनाने का निर्णय लिया है। जेएम नितिका खंडेलवाल ने बताया कि इस बार जो सचल दस्ते बनाए गए हैं, उसमें गन्ना विभाग के गन्ना विकास निरीक्षकों के अलावा नायब तहसीलदार स्तर के अधिकारी, बाट माप विभाग के अधिकारी के अलावा पुलिस को भी शामिल किया जाएगा। विशेष रूप से बार्डर पर रात दिन सघन चे¨कग चलेगी। अनाधिकृत रूप से खरीदे जाने वाले उप्र, हरियाणा के गन्ने पर रोक लगाई जाएगी। साथ ही मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।