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सोमवार से डाक्टर भी करेंगे कार्य बहिष्कार

By Edited By: Published: Sat, 20 Sep 2014 06:55 PM (IST)Updated: Sat, 20 Sep 2014 06:55 PM (IST)

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: सोमवार को पहले कामकाजी दिन आम जनता को बेहद परेशानी झेलनी होगी। कलक्ट्रेट मिनिस्टीरियल कर्मचारियों और माध्यमिक शिक्षकों की हड़ताल के बाद सोमवार से डॉक्टर भी आंदोलन की राह पड़क लेंगे। तहसीलों में काम बंद रहेगा, पढ़ाई चौपट रहेगी और सरकारी अस्पतालों में मरीजों का इलाज भी होगा।

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तीस हजार बोर्ड परीक्षार्थियों की पढ़ाई ठप

तबादला नियमावली, एसीपी आदि का लाभ दिए जाने की मांग को लेकर राजकीय शिक्षक संघ आंदोलन पर है। शुक्रवार के बाद शनिवार को भी स्कूलों में पढ़ाई नहीं हुई। बच्चे स्कूल पहुंचे लेकिन बिना कुछ पढ़े घर लौट गए। शिक्षकों ने ब्लाकों में खंड शिक्षा कार्यालयों व जिला मुख्यालय रोशनाबाद में सीईओ कार्यालय में तालाबंदी की। शिक्षकों के तेवर तीखे हैं, सोमवार को भी शिक्षक हड़ताल पर रहेंगे। जनपद हरिद्वार में 91 राजकीय हाईस्कूल, इंटर कॉलेज में तीस हजार बोर्ड परीक्षार्थी हैं। इसमें से 23 हजार हाईस्कूल व सात हजार इंटरमीडिएट के हैं। अ‌र्द्धवार्षिक परीक्षाएं नजदीक हैं और बोर्ड परीक्षाओं में भी जिले के छात्रों का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा तो ऐसे में आंदोलन लंबा चला तो पढ़ाई पूरी तरह चौपट हो जाएगी।

तहसीलों में स्थिति और खराब

कलक्ट्रेट मिनिस्टीरियल कर्मचारी 10 सितंबर से ही आंदोलन पर हैं। 15 सिंतबर से वे पूरी तरह हड़ताल पर चले गए। कलक्ट्रेट, जनपद की तीनों तहसील, सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में कामकाज ठप है। हरिद्वार तहसील में ही अकेले हर दिन साठ से अधिक प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं। प्रमाण पत्र बनने काम ठप पड़ा है। इससे बड़ी संख्या में लोग केवल फार्म जमा कराकर वापस लौटने को मजबूर हैं। नए प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे हैं। सोमवार को भी हड़ताल जारी रहेगी। मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार का कहना है कि कर्मचारी अपनी जायज मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं।

अस्पतालों में ओपीडी रहेगी ठप

प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ से जुड़े चिकित्सक सोमवार से तीन दिन की ओपीडी का बहिष्कार करेंगे। इसमें हरिद्वार शहर के तीनों प्रमुख अस्पताल राजकीय जिला, मेला व महिला अस्पताल के चिकित्सालय शामिल हैं। तीनों अस्पतालों में हर दिन ओपीडी की ओपीडी 750 से अधिक है। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के जनपदीय सचिव डॉ.मनोज वर्मा ने बताया कि आंदोलन चरणबद्ध चल रहा है। पहले काला फीता बांधकर विरोध किया गया। 22, 23 व 24 सितंबर को ओपीडी का बहिष्कार रहेगा। 29 सितंबर को पोस्टमार्टम ड्यूटी को छोड़ बाकी सभी कामों का बहिष्कार किया जाएगा। छह अक्टूबर को सभी चिकित्सक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।


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