स्वास्थ्य विभाग की टीम फिर पहुंची पाडली गुर्जर
संवाद सहयोगी, रुड़की: स्वास्थ्य विभाग की टीम शनिवार को फिर से पाडली गुर्जर गांव पहुंची। टी
संवाद सहयोगी, रुड़की: स्वास्थ्य विभाग की टीम शनिवार को फिर से पाडली गुर्जर गांव पहुंची। टीम ने यहां डेंगू के खात्मे को लेकर चल रहे अभियान की समीक्षा की। गांव में काम कर रही आशाओं की सभी 12 टीमों से जानकारी ली।
पाडली गुर्जर गांव में डेंगू के केस प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। पाडली गुर्जर जिले का सबसे ज्यादा डेंगू प्रभावित क्षेत्र है। यही वजह है कि इस गांव में स्वास्थ्य विभाग की विशेष नजर है। गांव को डेंगू मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है। लेकिन इसके बाद भी स्थिति में ज्यादा सुधार नहीं है। आशाओं की 12 टीमें इस गांव में घर-घर जाकर डेंगू का लार्वा नष्ट कराने, कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करने और लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है। शनिवार को एक बार फिर जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. गुरनाम ¨सह टीम के साथ पाडली गुर्जर गांव पहुंचे। यहां पर उन्होंने ग्रामीणों से हालात के बारे में जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने आशाओं की सभी 12 टीमों के साथ बैठक की। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. गुरनाम ¨सह ने बताया कि डेंगू के नये मामलों में कमी आई है। स्थिति पर काफी हद तक नियंत्रण है। जल्द ही डेंगू पर पूरी से काबू पा लिया जाएगा। टीम में चंद्रमोहन, अंकित अग्रवाल, राकेश कुमार, आरके गुप्ता आदि मौजूद रहे। अस्पताल में डेंगू के दो और मरीज भर्ती
रुड़की: सिविल अस्पताल रुड़की में डेंगू से पीड़ित दो और मरीजों को भर्ती किया गया है। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. डीके चक्रपाणि ने बताया कि सिविल अस्पताल के डेंगू वार्ड में अब डेंगू के मरीजों की संख्या आठ हो गई है। इनमें से को आज सुबह ही भर्ती किया गया है। अस्पताल का कर्मी भी आया डेंगू की चपेट में
रुड़की: रुड़की सिविल अस्पताल का एक कर्मचारी भी डेंगू की चपेट में आ गया है। अस्पताल की पैथोलॉजी में तैनात लैब टेक्नीशियन मुकेश कुमार में डेंगू के लक्षण पाए गए। उसको सिविल में उपचार चल रहा है।