सिविल अस्पताल में हो सकेगी डेंगू की एलाइजा जांच
संवाद सहयोगी रुड़की डेंगू की जांच के लिए अब सैंपल हरिद्वार भेजने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
संवाद सहयोगी, रुड़की: डेंगू की जांच के लिए अब सैंपल हरिद्वार भेजने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सिविल अस्पताल रुड़की में एलाइजा मशीन लग गई है। हालांकि अभी मशीन का डेमो नहीं हुआ है। जल्द ही कंपनी के इंजीनियर अस्पताल पहुंचकर मशीन का डेमो दिखाएंगे। इसके बाद मशीन से एलाइजा जांच शुरू होगी।
सिविल अस्पताल रुड़की में अभी तक डेंगू की रैपिड जांच होती थी। रैपिड में पॉजिटिव आने वाले मरीजों के सैंपल एलाइजा जांच के लिए हरिद्वार भेजे जाते थे। एलाइजा के सैंपल लगने और उनकी रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन तक का समय लग जाता था। इससे मरीज भी अपना उपचार ठीक प्रकार से नहीं करा पाता था, लेकिन अब सिविल अस्पताल रुड़की की पैथोलॉजी लैब में भी एलाइजा मशीन व एलाइजा वॉशर लगा दी गई है। अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय कंसल ने बताया कि एलाइजा मशीन लग गई है, लेकिन अभी एलाइजा जांच शुरू नहीं हुई है। कंपनी के इंजीनियर मशीन का डेमो देंगे। इसके बाद मशीन पर एलाइजा जांच शुरू होगी। एलाइजा मशीन लग जाने से डेंगू पीड़ित मरीजों को रिपोर्ट के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। एक-दो दिन के भीतर ही उन्हें एलाइजा की रिपोर्ट मिल सकेगी। इससे मरीज को पता चल सकेगा कि उसे डेंगू है या नहीं।
दो माह बाद ठीक हुई थैलीसीमिया मशीन
रुड़की: सिविल अस्पताल रुड़की की पैथोलॉजी लैब में पिछले दो माह से थैलीसीमिया मशीन खराब है, जिसके चलते थैलीसीमिया की जांच नहीं हो पा रही थी। इस जांच के लिए निजी लैब जाना पड़ता था। इस मशीन की मदद से पता चल पाता है कि बच्चा थैलीसीमिया से तो पीड़ित नहीं है। बुधवार को कंपनी के इंजीनियर ने अस्पताल पहुंचकर मशीन को ठीक किया।