सीएमओ, एसडीएम ने छापुर गांव में पीड़ितों से की बात
संवाद सूत्र भगवानपुर सीएमओ और एसडीएम ने सोमवार को छापुर गांव में पीड़ितों से मुलाकात क
संवाद सूत्र, भगवानपुर: सीएमओ और एसडीएम ने सोमवार को छापुर गांव में पीड़ितों से मुलाकात की। स्वास्थ्य विभाग को गांव में डेंगू के अलावा सात टाइफाइड के भी मामले मिले हैं। ऐसे में अधिकारियों ने गांव में पानी की जांच के निर्देश भी दिए। जल संस्थान ने पानी के सैंपल लिए हैं।
छापुर गांव में एक माह में बुखार से 13 ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। जबकि पास के गांव सिकंदरपुर में तीन ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। करीब चार सौ से अधिक लोग बुखार से पीड़ित है। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यहां पर पहुंचकर प्रभावित परिवारों से मुलाकात करते हुए सरकार पर निशाना साधा था। सोमवार को सीएमओ डॉ. सरोज नैथानी, एसडीएम संतोष कुमार पांडे स्वास्थ्य विभाग की टीम को लेकर गांव में पहुंचे। प्रभावित परिवारों से वार्ता की गई। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने कई घरों में जाकर लोगों को साफ-सफाई एवं डेंगू मच्छर को पनपने से रोकने के उपाय बताए। सीएमओ ने विभिन्न मेडिकल रिपोर्ट को देखा। गांव में 7 लोगों में टाइफाइड के लक्षण मिले है। जिस पर एसडीएम ने गांव के पानी की जांच के निर्देश दिए। इस पर जल संस्थान के अपर सहायक अभियंता मोहम्मद जुनैद ने गांव में पहुंचकर पानी के सैंपल लिए। वहीं कस्बा भगवानपुर में भी कई लोग डेंगू की चपेट में है। इन लोगों का निजी नर्सिंग होम में उपवार चल रहा है।
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एसआइ समेत आठ डेंगू की चपेट में
रुड़की: रुड़की शहर में भी डेंगू का प्रकोप दिखाई देने लगा है। शहर में ही डेंगू से दो लोगों की मौत हो चुकी है। रुड़की रोडवेज बस अड्डे के स्टेशन इंचार्ज से लेकर समिति सचिव तक डेंगू की चपेट में है।
रोडवेज बस अड्डे के आसपास डेंगू का लार्वा तेजी से पनप रहा है। डिपो के स्टेशन इंचार्ज विवेक कपूर तीन दिन से डेंगू से पीड़ित हैं। इसके अलावा बस अड्डे पर स्थित सहकारी समिति के सचिव वीरेंद्र गर्ग भी डेंगू की चपेट में आ गए है। साथ ही, लिपिक सतवीर सिंह, संत कुमार त्यागी को भी डेंगू हुआ है। करीब आठ कर्मचारी डेंगू की चपेट में हैं।