दिल्ली के खनन कारोबारी के थे चलन से बाहर हो चुके 4.45 करोड़ रुपये
एसटीएफ की कार्रवाई में बरामद हुए चलन से बाहर हो चुके करीब साढ़े चार करोड़ रुपये दिल्ली के एक खनन कारोबारी राजीव यादव के बताए गए हैं। एसटीएफ निरीक्षक अबुल कलाम की तरफ से मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : एसटीएफ की कार्रवाई में बरामद हुए चलन से बाहर हो चुके करीब साढ़े चार करोड़ रुपये दिल्ली के एक खनन कारोबारी राजीव यादव के बताए गए हैं। एसटीएफ निरीक्षक अबुल कलाम की तरफ से मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। जबकि बरामद रकम को ज्वालापुर कोतवाली के मालखाने में सुरक्षित रखवाया गया है। पुलिस अब खनन कारोबारी सहित अन्य की तलाश में जुट गई है।
एसटीएफ की एक टीम ने निरीक्षक अबुल कलाम के नेतृत्व में मध्य हरिद्वार में छापा मारकर चलन से बाहर हो चुके नोटबंदी से पहले तक चलने वाले करीब साढ़े चार करोड़ रुपये की नकदी बरामद की थी। एसटीएफ ने मौके से रुपेश वालिया निवासी जगजीतपुर कनखल, यशवीर सिंह निवासी हरिपुर कलां रायवाला ऋषिकेश, अरविद वर्मा निवासी ग्राम काला कुआं अमरोहा कोतवाली अमरोहा उत्तरप्रदेश, आबिद अली निवासी ग्राम सैदपुर नौगांव सादात अमरोहा उप्र, सोमपाल सिंह निवासी बिलारी मुरादाबाद उप्र, विकास गुप्ता निवासी खेड़ी खुर्द श्यामपुर ऋषिकेश व राजेंद्र शास्त्री स्टेशन रोड बिलारी जनपद मुरादाबाद को गिरफ्तार किया था। रात भर आरोपितों से पूछताछ और छानबीन में पता चला है कि रकम दिल्ली निवासी खनन कारोबारी राजीव की है और वह रुपेश वालिया, विकास गुप्ता और यशवीर का परिचित है। उसी ने यह रकम बदलवाने के लिए दी थी। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी महेश जोशी ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ एसटीएफ के निरीक्षक अबुल कलाम की तरफ से धोखाधड़ी, 5-7 स्पेसिफाइड बैंक नोट अधिनियम समेत प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच रेल चौकी प्रभारी प्रवीण रावत को सौंपी गई है। कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।
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प्रतिशत में मिलनी थी कमीशन
पूछताछ में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपितों को तय प्रतिशत के अनुसार कमीशन मिलना था। दरअसल, इस पूरी करेंसी के बदले में महज 20 प्रतिशत नई करेंसी मिलनी थी। उस नई करेंसी में से रुपेश वालिया व उसके साथियों को पांच प्रतिशत कमीशन मिलना था, जबकि करेंसी चेंज कराने की जिम्मेदारी ले रहे अरविद वर्मा को नई करेंसी का 20 प्रतिशत कमीशन अलग से मिलना था। पुलिस अब खनन कारोबारी राजीव यादव के साथ-साथ अरविद वर्मा के परिचित उस व्यक्ति की तलाश में जुट गई है, जो रकम बदलवाने के लिए हरिद्वार आने वाला था।
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छह माह से घूम रही रकम
शुरुआत में रकम चार करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया जा रहा था। देर रात पुलिस ने नोट गिनने वाली मशीन की व्यवस्था की। जिसके बाद रकम की गिनती हुई तो 4.45 करोड़ रुपये निकले। पड़ताल में सामने आया है कि रकम छह माह से इधर से उधर घूम रही थी। शनिवार को यह रकम अरविद वर्मा को सौंपी जानी थी, लेकिन, तभी एसटीएफ ने रेड कर दी और पूरी रकम रुपेश वालिया की कार से बरामद हो गई। पुलिस ने कार भी सीज कर दी है।
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कहीं की ईंट, कहीं का रोढ़ा
हरिद्वार: गिरफ्तार आरोपितों में सब अलग-अलग क्षेत्र से हैं। विकास गुप्ता आयुर्वेदिक दवाओं की कंपनी में काम करता है। रुपेश वालिया मीडियाकर्मी है। राजन उत्तर प्रदेश के खुर्जा स्थित एक सरकारी इंटर कालेज में भौतिक विज्ञान का शिक्षक है। जबकि आबिद अली मिट्टी भराव का काम करता है। सोमपाल सिंह एसएसबी में इंस्पेक्टर पद से रिटायर्ड है। यशवीर सिंह हरिपुर कलां में आयुर्वेदिक दवाई का काम करता है। वहीं अरविद वर्मा भी आयुर्वेदिक दवाओं का काम शुरू करने वाला था।